नई दिल्ली : गजेंद्र चौहान के पुणे स्थित एफटीआईआई के अध्यक्ष पद संभालने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे संस्थान के छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके साथ ही 40 छात्रों को हिरासत में भी ले लिया गया।
दरअसल, चेयरमैन पद के लिए चुने गए अभिनेता गजेंद्र चौहान सात महीने बाद अध्यक्ष पद संभाल रहे हैं। इसके विरोध में स्टूडेंट्स शांतिपूर्ण तरीके से मार्च करने का निर्णय लिया था और 17 स्टूडेंट्स को शांति मार्च में शामिल न होने देने के लिए नोटिस दिया गया था।
इस पद के लिए गजेंद्र के चयन को फिल्म संस्था के विद्यार्थियों के साथ ही सिनेमा जगत के कई लोगों से भी विरोध का सामना करना पड़ा है। आलोचकों ने इस पूरी नियुक्ति को राजनीतिक करार दिया था क्योंकि गजेंद्र चौहान केंद्र की बीजेपी सरकार के सदस्य हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए बढ़-चढ़ कर प्रचार किया था। आपत्ति इस हद तक बढ़ गई कि चार महीने तक एफटीआईआई के छात्र हड़ताल पर रहे और केंद्र सरकार के प्रतिनिधित्व से दिल्ली में मुलाकात भी की लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई। इसके बाद छात्रों ने हड़ताल समाप्त कर दी लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखेंगे।