महोबा : राशन कार्ड व कोटेदारों की मनमानी को लेकर शुक्रवार को गुलाबी गैंग की महिलाये सडकों पर उतर आई। सैकडों की संख्या में महिलाओं ने डंडों के साथ जगी प्रदर्शन किया और तहसील का धेराव करते हुये जमकर नारेबाजी की। इस दौरान लापरवाह अफसरों को सुधरने की चेतावनी दी गई। महिलाओं का आक्रोश देख अफसरों का पसीना छूट गया। बाद में महिलाओं ने विभिन्न समस्याओं का एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा जिसमें समस्या के शीघ्र निस्तारण की मांग की गई है।
ऐलान किया है कि यदि जनससमयाओं का निस्तारण न हुआ तो गुलाबी गैंग शासन प्रशासन की ईटसे ईट बजा देगी। आदिवासी महिला उत्थान सेवा संस्थान गुलाबी गैंग की जिला कमांडर फरीदा बेगम के नेतृत्व में सैकडों महिलाए गुलाबी साडी व डंडों के साथ सडकों पर उतर आई। विभिन्न मार्गो से होकर गुजरी महिलाओं ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारबाजी की। आरोप लगाया कि जिले के भ्रष्ठ अधिकारी गरीबों तक योजनाओं का लाभ नही पहुंचा रहे है। तहसील पहुंची महिलाओं ने धेराव करते हुये जमकर नारेबाजी। बाद में एसडीएम सुशील प्रताप सिंह को सौंपे ज्ञापन में महिलाओं ने कहा है कि तमाम लोगों के राशन कार्ड अभी तक नही बने है। जिनके बने है उनमें भारी खामियां है।
कोटेदार उपभोक्ताओ को राशन सामग्री देने में मनमानी बरत रहे है। कई गांव में सरकारी राशन की दुकानें कोटेदारों ने अपने घरों में ही खोल रखी है। जिससे यह पता नही चलता कि कितना माल वितरित किया गया। दर्जनों उपभोक्ताओं का राशन कोटेदारों द्वारा ब्लेक किया जा रहा है। जिससे शासन की मंशानुरूप गरीबों को खाद्यान्न नही मिल पा रहा है। ज्ञापन में गलागी गैंग ने जिले की सभी राशन की दुकानों को घरों से हटाकर 100 मीटर की दूरी पर खोले जाने की मांग की है। ताकि प्रशासन व जनता को पता चल सके कि कितना माल बांटा गया और कितना ब्लैक किया गया। उन्होंने कहा कि जिले मे इस समय सरकारी राशन की कालाबाजारी चरम पर है।
विभागीय अधिकारी सबकुछ जानकर अंजान बने है। जिससे कोटेदारों के हौसले बुलंद है और वह अपनी मनमानी से बाज नही आ रहे है।उन्होंने बम्हौरीकलां के कोटेदार पर राशन की कालाबाजारी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कोटेदारों की मनमानी पर अंकुश नही लगा तो गरीबों के हक पर ऐसे ही डाका पडता रहेगा। उन्होंने प्रशासन से शीघ्र से समस्या का समाधान कराये जाने की मांग की है। ऐलान किया कि यदि कोटेदारों के खिलाफ कार्यवाही अमल मे नही लाई तो गुलाबी गैंग सडकों पर उतर आंदोलन को मजबूर होगी।
-साभार बुन्देलखण्ड न्यूज