किम ने दागी मिसाइल : उत्तर कोरिया ने प्रतिबंध की धमकियों के बावजूद किया अंतरिक्ष रॉकेट का प्रक्षेपण

0
631
 सोल। उत्तर कोरिया ने आज कहा कि उसने रॉकेट प्रक्षेपण के जरिए एक उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है। प्योंगयांग के रॉकेट प्रक्षेपण की निंदा बैलिस्टक मिसाइल के परीक्षण के तौर पर की जा रही है, जिसकी जद में अमेरिका आता है।
 उत्तर कोरिया ने इस प्रक्षेपण के जरिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का उल्लंघन तो किया ही है, साथ ही प्योंगयांग के पिछले माह के परमाणु परीक्षण पर उसे दंडित करने के लिए संघर्ष कर रहे अंतरराष्ट्रीय समुदाय की और अधिक नाराजगी का जोखिम भी उठाया है।
 उपग्रह ले जा रहे रॉकेट के सफलतापूर्वक कक्षा में प्रवेश करने की तत्काल पुष्टि नहीं की गई थी लेकिन अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह प्रक्षेपण वाहन ”अंतरिक्ष में पहुंच चुका प्रतीत होता है। दक्षिण कोरिया की समाचार एजेंसी योनहाप की ओर से आई एक अपुष्ट खबर के अनुसार, शायद दूसरे चरण में गड़बड़ी हो गई। सरकारी टीवी के एक विशेष प्रसारण में, पारंपरिक कोरियाई परिधान पहनकर आई उत्तर कोरिया की एक प्रस्तोता ने कहा कि इस प्रक्षेपण के जरिए ”पृथ्वी अवलोकन उपग्रह क्वांगम्योंग 4 को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया गया। इस प्रक्षेपण का आदेश नेता किम जोंग-उन की ओर से निजी तौर पर किया गया था। प्रस्तोता ने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रक्षेपण अंतरिक्ष के ”शांतिपूर्ण एवं स्वतंत्र उपयोग से जुड़े उत्तर कोरिया के अधिकार का वैध इस्तेमाल है। प्रस्तोता ने यह भी कहा कि इसने ”हमारी राष्ट्रीय रक्षा क्षमता को बढ़ावा देने वाली एक उपलब्धि को भी रेखांकित किया है। प्रस्तोता ने कहा कि उत्तर कोरिया के वैज्ञानिक भविष्य में और अधिक उपग्रहों के प्रक्षेपण पर काम करेंगे। उत्तर कोरिया के इस प्रक्षेपण की तीव्र निंदा की गई है। अमेरिका ने इस प्रक्षेपण को ”अस्थिरताकारक और भड़काउू बताया है, वहीं जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इसे ”पूरी तरह असहनीय बताया है।  न्यू यॉर्क में राजनयिकों ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद आज एक आपात सत्र की बैठक करेगी। दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क गुन-हे ने कहा कि परिषद को उत्तर कोरिया के इस कदम के खिलाफ ”कड़े दंडात्मक उपायों के साथ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कदम वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती है। प्रक्षेपण का निरीक्षण करने वाले दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय के अनुसार, पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ले जाने वाले रॉकेट ने प्योंगयांग के समयानुसार सुबह लगभग नौ बजे उड़ान भरी। कक्षा में पहुंचने से पहले की उड़ान का मार्ग एलो सागर और फिर दक्षिण से फिलीपीन सागर तक को बनाए जाने की योजना थी। दक्षिण कोरिया और जापान दोनों ने ही धमकी दी थी कि यदि यह रॉकेट उनके क्षेत्र में दाखिल हुआ तो वे इसे मार गिराएंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here