नई दिल्ली/श्रीनगर । जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद का गुरुवार को निधन हो गया और शाम को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुस्लिम बहुल राज्य में भाजपा के साथ एक असंभव गठबंधन को मूर्त रूप देने वाले सईद के निधन के कुछ घंटे बाद ही उनकी पार्टी पीडीपी ने उनकी पुत्री महबूबा मुफ्ती को उनका उत्तराधिकारी चुन लिया। सईद :79: पिछले कुछ दिन से राष्ट्रीय राजधानी स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान :एम्स: में वेंटीलेटर पर थे। उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली। वर्ष 1987 तक कांग्रेस में रहे सईद पार्टी छोड़कर वीपी सिंह के खेमे के साथ जुड़ गए थे। 1989 में राष्ट्रीय मोर्चा सरकार में वह देश के एकमात्र मुस्लिम गृहमंत्री बने। वर्ष 2002 से 2005 तक कांग्रेस के साथ गठबंधन में मुख्यमंत्री रहे सईद ने पीडीपी और भाजपा को एक साथ लाने में अग्रणी भूमिका निभाई जिससे भगवा पार्टी को राज्य में पहली बार सत्ता साझा करने में मदद मिली। उनका पार्थिव शरीर वायुसेना के विमान में श्रीनगर ले जाए जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालम हवाईअड्डे के तकनीकी क्षेत्र में सईद को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कहा, ”मुफ्ती साहब ने अपने नेतृत्व के जरिए जम्मू कश्मीर को शांति की राह पर ले गए। उनका नेतृत्व कौशल गजब का था। अपने लंबे राजनीतिक सफर में समूचे राजनीतिक जगत में उन्होंने अनेक प्रशंसकों का दिल जीता। प्रधानमंत्री ने सईद के अंतिम संस्कार में केंद्र का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी गृहमंत्री राजनाथ सिंह को दी। राष्ट्रीय ध्वज और जम्मू कश्मीर के झंडे में लिपटे ताबूत को बाद में श्रीनगर स्थित सईद के आधिकारिक आवास से अनंतनाग स्थित पैतृक कब्रिस्तान ले जाया गया। पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। हजारों प्रशंसकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रीनगर स्थित शेर ए कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में जनाजे की नमाज पढ़ी गई जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।