लखनऊ । बसपा मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज भाजपा पर वोट के लिए राम मंदिर के नाम पर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन हथकंडों से उसका भला नहीं होने वाला। बहुजन समाज पार्टी :बसपा: अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी :सपा: पर अपने आदर्श पुरूष राम मनोहर लोहिया के उसूलों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज अगर लोहिया होते तो सपा मुखिया मुलायम को समाजवादियों की सूची से निकाल देते। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अनेक जिलों के किसान सूखे से परेशान हैं और उनकी मदद के लिए राज्य सरकार धन नहीं होने की बात कह रही है, वहीं सैफई महोत्सव में जनता का पैसा लुटाया जा रहा है। मायावती ने अपने 60वें जन्मदिन पर संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा साम्प्रदायिक तत्वों को खुली छूट देने से देश में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया है और बुद्धिजीवी वर्ग भी सांसत में है। उनके अनुसार प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख, मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उनके साथी संगठनों ने राम मंदिर के नाम पर धार्मिक भावनाओं से खेलना शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री को भी आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को छोड़कर बाकी पूरे प्रदेश की उपेक्षा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य में विधानसभा चुनाव आते देख इस सूबे के विकास की याद आने लगी है।