नई दिल्ली : नरेन्द्र मोदी द्वारा गांधी परिवार को निशाना बनाने पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री का काम बहाने बनाना नहीं है और उन्हें देश चलाना शुरू करना चाहिए।कांग्रेस उपाध्यक्ष की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब 23 फरवरी से संसद का बजट सत्र शुरू होने वाला है और यह यह इस बात का संकेत है कि मुख्य विपक्षी दल कई मुद्दों पर राजग का विरोध कर सकती है।
प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री का काम सरकार चलाना है और प्रधानमंत्री का काम बहाने बनाना नहीं है।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में कामकाज बाधित होने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस के प्रथम परिवार को निशाना बनाया था।
मोदी पर चुटकी लेते हुए राहुल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री पिछले 18 महीने से बहाने बना रहे हैं कि अर्थव्यवस्था क्यों ठीक से नहीं चल रही है, किसानों को उनका हक क्यों नहीं मिल रहा है, श्रमिकों को जो मिलना चाहिए था, वह क्यों नहीं मिल रहा है।’ राहुल ने कहा, ‘भारत ने नरेन्द्र मोदी को बहाने बनाने के लिए नहीं चुना । भारत ने एक नेता चुना और नेताओं को बहाने नहीं बनाने चाहिए, नेताओं को काम करना चाहिए और इसलिए उन्हें चुना गया है।’
राहुल ने व्यंग्य करते हुए इस बात पर खेद व्यक्त किया कि शायद मोदी को अभी भी यह पता नहीं है कि प्रधानमंत्री का काम देश चलाना है, बहाने बनाना नहीं। उन्होंने कहा कि कुछ समय से कांग्रेस कह रही है कि कैसे मोदी सरकार गरीबों, मजदूरों और किसानों के लिए काम नहीं कर रही है और अब तो हैरत इस बात की है कि उद्योगपति भी हमारे समक्ष रो रहे हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, ‘बड़े उद्योगपति हमारे पास आ रहे हैं और कह रहे है कि मोदीजी भले ही हमारे लिए सरकार चला रहे हों, लेकिन वह हमारा काम नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए मोदीजी निश्चित तौर पर बहाने बनाएंगे।’ उन्होंने कहा कि सरकार केवल तीन या चार अपने सांठगांठ वाले पूंजीवादी मित्रों के हित में काम कर रही है।
राहुल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों के साथ मनरेगा को लागू करने की स्थिति के मुद्दे पर बैठक करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। इस योजना के 10 वर्ष पूरे हो गए हैं।
राहुल ने कहा कि पीसीसी प्रमुखों ने उन्हें बताया कि भाजपा के मुख्यमंत्रियों, मोदीजी और आरएसएस कैसे विभिन्न राज्यों में मनरेगा और वन अधिकार कानून को दरकिनार कर रहे है। भाजपा गरीबों के कल्याण के लिए कांग्रेस द्वारा शुरू की गई नीतियों एवं कार्यक्रमों को आगे नहीं बढ़ाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार पर दबाव बनायेगी ताकि वे किसानों की तकलीफों पर ध्यान दे सकें।