जेएनयू मामला : कन्‍हैया की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश का हिस्सा – मायावती

0
560

लखनऊ। जेएनयू मामले को लेकर मायावती ने बीजेपी पर निशाना साधा है। सोमवार को उन्होंने कहा कि इस मामले में कन्हैया की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, “केंद्र सरकार अपने इस तरह के जनविरोधी रवैये से देश का नुकसान कर रही है। राजनीतिक दबाव में आकर सरकार ने देशद्रोह के आरोप में कन्हैया को गिरफ्तार किया है, जिसके ठोस सबूत उसके पास नहीं हैं।”
माया ने और क्या कहा…
– जेएनयू मामले में केंद्र सरकार पूरे संस्थान को ही बर्बाद करने पर तुली हुई लगती है।
– केंद्र सरकार का ये कदम खुद अपने पांव पर ही कुल्हाड़ी मारने जैसा है।
– जिस तरह इस मामले में सरकार के विवादित बयान सामने आ रहे हैं। उससे साप जाहिर हो रहा है कि कहीं न कहीं कोई राजनीतिक खेल चल रहा है।
– सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल करके विरोधी आवाज को कुचलने की कोशिश हो रही है।
खतरनाक ट्रेंड…
– माया ने कहा कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी से लेकर जेएनयू तक के मामले में जिस तरह से केंद्रीय मंत्री नेगेटिव भूमिका निभा रहे हैं, ये एक खराब ट्रेंड है।
– एक तरफ तो केंद्र सरकार जेएनयू के लोगों पर अफजल गुरू को ‘शहीद’ बताने और उसके लिए कार्यक्रम आयोजित करने पर “देशद्रोही’ बताकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है।
– दूसरी तरफ बीजेपी जम्मू-कश्मीर में उस पीडीपी पार्टी के साथ फिर से सरकार बनाने में जी-जान से लगी है, जिसने अफजल गुरु को शहीद बताया और उसको फांसी दिये जाने का भी विरोध भी किया।
– बीजेपी बताए कि ये उसकी कैसी देशभक्ति है?
जेएनयू में क्या हुआ था?
– जेएनयू में कुछ छात्रों ने कन्हैया कुमार के लीडरशिप में संसद पर हमले के दोषी आतंकी अफजल गुरु की बरसी मनाई और इस मौके पर देश विरोधी नारे भी लगाए।
– दरअसल, लेफ्ट स्टूडेंट ग्रुप्स ने संसद अटैक के दोषी अफजल गुरु और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के को-फाउंडर मकबूल भट की याद में एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था।
– इस प्रोग्राम को पहले इजाजत को मिल गई थी। लेकिन एबीवीपी ने इसके खिलाफ यूनिवर्सिटी के वीसी एम जगदीश कुमार के पास शिकायत की।
– इसके बाद जेएनयू एडमिनिस्ट्रेशन ने परमिशन वापस ले ली।
– प्रोग्राम साबरमती हॉस्टल के सामने 9 फरवरी को शाम 5 बजे होना था।
– टेंशन तब बढ़नी शुरू हुई जब परमिशन कैंसल करने के बावजूद प्रोग्राम हुआ। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया।
– प्रोग्राम होने से नाराज एबीवीपी ने बुधवार को जेएनयू कैम्पस में बंद बुलाया।
– बता दें कि अफजल को 9 फरवरी 2013 और मकबूल भट को 11 फरवरी 1984 को फांसी दी गई थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here