नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक के सहायक बैंकों द्वारा किए गए समझौते के उल्लंघन के खिलाफ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों का एक वर्ग आज देशव्यापी हड़ताल पर रहा जिससे नकदी लेनदेन और चेक समाशोधन सहित बैंकिंग परिचालन आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। इस हड़ताल का आह्वान आल इंडिया बैंक एंप्लाईज एसोसिएशन :एआईबीईए: द्वारा किया गया था। हालांकि, बैंक अधिकारी इस हड़ताल में शामिल नहीं हुए। साथ ही निजी क्षेत्र के बैंकों व एसबीआई की दो इकाइयों एवं आईओबी के कर्मचारी भी इसमें शामिल नहीं थे। वहीं एसबीआई के पांच सहायक बैंकों के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल हुए। ऐतिहाती उपायों के तौर पर ज्यादातर बैंकों ने अपने ग्राहकों को परामर्श जारी करते हुए कहा था कि हड़ताल के दिन शाखाओं में सुचारू ढंग से कामकाज के लिए वे सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। एसबीआई के पांच सहायक बैंकों में स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक आफ मैसूर, स्टेट बैंक आफ पटियाला, स्टेट बैंक आफ हैदराबाद और स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर हैं। एआईबीईए ने दावा किया, ”यह हड़ताल करीब 3.50 लाख कर्मचारियों के बल पर की गई क्योंकि प्रबंधन ने हमारे अनुरोध पर ध्यान नहीं दिया। इससे ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ा। एआईबीईए के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम ने कहा, ”हमें उम्मीद है कि सरकार और इंडियन बैंक्स एसोसिएशन हमारी हड़ताल के पीछे वास्तविक वजहों को समझेंगे और इस मुद्दे में हस्तक्षेप करेंगे जिससे कानूनी रूप से बाध्य द्विपक्षीय समझौते का अनुपालन सुनिश्चित हो सके और कर्मचारियों की मांगें मानी जाएं।