लखनऊ (मृत्युंजय पाराशर)। समाजवादी पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य इसरारउल्ला सिद्दीकी ने बुन्देलखण्ड में सूखे की आपदा को देखते हुये राष्ट्रीय आपदा घोषित करने मुख्यमंत्री पत्र लिख कर आग्रह किया है। श्री सिद्दीकी ने कहाकि समाजवादी पार्टी की सरकार ने सूखे की स्थिति को देखते हुये प्रत्येक जनपद को 2 करोड़ रूपये की मदद की है साथ ही 24 घण्टे बिजली, सभी को समाजवादी पेंशन एक सभी परिवारों को पी0डी0एस0 के तहत खाद्यन्न उपलब्ध कराने का आदेश दिया है, लेकिन सूखे की भयावह स्थिति को देखते यह कुछ काफी नहीं है। उन्होने बुन्देलखण्ड के जनपद का दौरा करके बतलाया कि स्थिति है कि सूखेग्रस्त जनपदों के ग्रामों में बच्चे अपनी माताओं से भोजन के लिये यह पुकार कर रहे है कि भूख से मर जाइयो अम्मा ममता पर भारी भूख बाँदा शहर से 8 किलोमीटर दूरी पर ग्राम माधोपुर की ग्राम प्रधान मधुरिमा ने तस्वीर के माध्यम से बतलाया कि विगत चार दिनो से भूखा बालक सतई अपनी माँ से खाना पकाने की बात कर रहा है, लेकिन माँ उसके लिये कुछ नहीं कर पा रही है और मन ही मन सोच रही है कि ईश्वर कोई उसके लाल की भूख शांत कर दे। श्री सिद्दीकी ने बतलाया कि चित्रकूट में भरतकूप क्रशर मंडी के आसपास जो किसान पहले खेतो में अन्न उपजा कर परिवार का पेट पालते थे वे अब आटा.भाँटा के लिये जिन्दगी दाँव पर लगाने के लिए मजबूर है। उन्होने बुन्देलखण्डवासी अपने परिवारो की भूख मिटाने के लिए वृद्ध माँ.बाप के सहारे बच्चो को छोड़कर अधिकांश लोग बाहर कमाने चले गये बुन्देलखण्ड की आबादी 78 लाख हैए जिसमें 30 लाख लोग पलायन कर गये है, गाँवो में ताले लगे है। जब तक बुन्देलखण्ड की समस्या को आप राष्ट्रीय आपदा मानकर विकास कार्यों तत्कालिक सहायता के लिये प्रत्येक जनपद में उ0प्र0 सरकार के मंत्री व समाजवादी पार्टी के विशिष्ठ नेताओं को निगरानी के लिये लगाये उन्हीं की देखरेख में सहायता उपलब्ध करायें। उन्होने बतलाया कि बुन्देलखण्ड विशेष पैकेज के नाम पर हजारों करोड़ रूपयो की धनराशि केन्द्र सरकार ने उपलब्ध करायी थी रसूखदार राजनैतिक, वरिष्ठ प्रसाशनिक अधिकारियों के गठजोड़ ने लूट ली और बुन्देलखण्ड के निवासी असहाय देखते रह गयेए बुन्देलखण्ड में उद्योग धन्धे के नाम पर सिर्फ खनिज ही है, हजारों करोड़ का राजस्व देने वाले खनिज उद्योग में सत्ताधारियों का कब्जा है। उन्होने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बुन्देलखण्ड की समस्या से रूबरू कराते हुये कहा कि मुख्यमंत्री आप अपने स्तर से चाहे जितनी मदद बुन्देलखण्ड को कर दे। यह नौकरशाही सूखाग्रस्त बुन्देलखण्ड वासियों को मदद नहीं पहुँचा पायेगी।