नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व अन्य आप नेताओं के खिलाफ दायर 10 करोड़ रुपये के दीवानी मानहानि मामले में मुख्यमंत्री व आप नेता राघव चड्डा ने हाई कोर्ट में अपना जवाब दायर कर दिया है।
हाई कोर्ट रजिस्ट्रार के समक्ष दिए अपने दो हजार पन्नों के जवाब में दोनों मीडिया में दिए अपने बयानों पर कायम रहे हैं। उनका कहना है कि जेटली जन नेता (पब्लिक फीगर) नहीं है। ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान कैसे हो गया। दोनों का कहना है कि हमने जो भी कहा है, वह ठीक है और हमारे खिलाफ मानहानि का मामला निराधार है। ऐसे में इसे रद किया जाए।
मामले की अगली सुनवाई वाले दिन पांच फरवरी को आप नेता कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, व दीपक वाजपेयी अपना जवाब दायर करेंगे। अपने जवाब में केजरीवाल व चड्डा ने कहा की यह गलत है कि जेटली पब्लिक फीगर हैं। 2014 लोकसभा चुनावों में जेटली ने अमृतसर से चुनाव लड़ा, जिसमें वह एक लाख वोटों से हार गए।
जनता ने उन्हें अपने नेता के रूप में स्वीकार नहीं किया। ऐसे में उनकी प्रतिष्ठा को कैसे ठेस पहुंच सकती है। वहीं जेटली का वह दावा भी गलत है कि उन्होंने बदनियती से आरोप लगाए हैं। हम आज भी अपने बयानों पर कायम हैं। दोनों ने कहा कि जेटली ने राजनीतिक द्वेष के चलते व बदले की भावना से यह मामला दायर किया है।