दलित रोहित आत्महत्या मामला : छात्रों के साथ कन्धा से कन्धा मिलाकर करेगें आंदोलन राहुल गांधी

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हैदराबाद : दलित शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या के मुद्दे पर आंदोलनकारी छात्रों के साथ खड़े होते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के आंदोलनरत छात्रों के साथ एक दिवसीय भूख हड़ताल की तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाया कि वे उपर से एक विचार थोपकर छात्रों की भावना को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं।
राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी और आरएसएस से मेरा मुख्य विरोध इसको लेकर है कि वे ऊपर से एक विचार थोपकर भारतीय छात्रों और नौजवानों को कुचलने का प्रयास कर रहे हैं। महात्मा गांधी की हत्या और रोहित की खुदकुशी की तुलना करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि यहां बिल्कुल वही हुआ है जो गांधी के साथ किया गया है।
उन्होंने कहा कि गांधीजी की हत्या उन्हीं ताकतों ने की जिन्होंने उनको वह सच बोलने नहीं दिया जो वह बोलना चाहते थे। यही चीज रोहित वेमुला के साथ हुई है, वे लोग नहीं चाहते थे कि वह उस सच को बोले जो उसने संस्थान में देखा था। इस घटना के सिर्फ किसी एक व्यक्ति या समुदाय से नहीं जुड़े होने की बात पर जोर देते हुए राहुल ने कहा कि आप एक दिन पाएंगे कि जिन लोगों ने रोहित को कुचला है वे ही स्वतंत्रता और प्रगति के आपके रास्ते को रोकेंगे।
उन्होंने कहा कि इस देश के हर छात्र के लिए मेरा यह संदेश है कि रोहित के साथ जो हुआ वह उसे आप होने देंगे तो एक दिन आपके साथ यही होगा।
कल आधी रात को कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आंदोलनरत छात्रों के साथ लगभग दो घंटे बिताए और फिर उन्होंने करीब 2000 छात्रों के साथ दलित शोधार्थी रोहित के जन्मदिन के अवसर पर मोमबत्तियां जलाईं। आज रोहित का जन्मदिन है और वह 27 वर्ष के हो गए होते।
 दिल्ली में तीन केंद्रीय मंत्रियों ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी आत्महत्या के मुददे पर घड़ियाली आंसू बहा रही है तथा उन्होंने छात्रों को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने को लेकर राहुल पर भी निशाना साधा।
संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में संप्रग सरकार के समय दलित छात्रों की खुदकुशी के नौ मामले सामने आए, लेकिन राहुल ने वहां जाने की परवाह नहीं की और वह विपक्षी दलों से यह कहते रहे कि न्यायिक आयोग की रिपोर्ट का इंतजार करिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस राजनीतिक लाभ लेने के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही है, यह पूरे देश में उनके मोदी विरोधी अभियान का हिस्सा है। राहुल पर निशाना साधते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय में परीक्षा नजदीक है। सभी छात्र व्यस्त हैं। सरकार इस मामले में न्यायिक आयोग की घोषणा कर रही है। वहां शांति बहाल को गई है।
ग्रामीण विकास मंत्री बीरेंद्र सिंह ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो पार्टी लोकसभा में 206 से घटकर 44 तक पहुंच गई वह इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है। वे हर मुद्दे का राजनीतिकरण करते हैं। इसमें कुछ नया नहीं है।
राहुल रात 12 बजकर 10 मिनट पर यहां पहुंचे। उन्होंने रोहित की तस्वीर के आगे मोमबत्तियां जलाईं और आंदोलनकारी छात्रों से बातचीत की। जब छात्रों ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय के खिलाफ नारे लगाए तो राहुल ने हस्तक्षेप करते हुए नम्रता के साथ उनसे कहा कि किसी के खिलाफ मुर्दाबाद का नारा मत लगाइए। उन्होंने कहा कि हम किसी के लिए भी मुर्दाबाद न कहें। इससे इंसाफ नहीं होगा।
भाजपा पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता अजय माकन ने कहा, मामले में किसने राजनीति शुरू की वह भाजपा ही है। केंद्रीय मंत्री दत्तात्रेय ने एबीवीपी अध्यक्ष की शिकायत पर मानव संसाधन विकास मंत्री ईरानी को दलित छात्रों के खिलाफ लिखा। मानव संसाधन मंत्री ने विश्वविद्यालय को पांच पत्र लिख डाले।
हाल ही में जिन शोधार्थियों का निलंबन वापस लिया गया है, उनमें से एक वेपुला सुंकन्ना ने कहा कि कुलपति अप्पा राव पोडिले को पद से हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को हमने अप्पा राव और पांच अन्य के खिलाफ अजा:अजजा अत्याचार का मामला दर्ज कराया था। इन छह लोगों को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह एकमात्र मांग है।
सुंकन्ना विजय कुमार के साथ आमरण अनशन पर बैठे। विजय कुमार का निलंबन भी वापस लिया गया था। परिसर में राहुल द्वारा दूसरी बार किए गए इस दौरे के बारे में उन्होंने कहा कि मैं इसे उसी तरह देखता हूं, जैसे कि अरविंद केजरीवाल, सीताराम येचुरी, माकपा नेता और कई अन्य लोग यहां आए और हमें समर्थन दिया। हम उसी तरह से राहुल गांधी को देखते हैं।
दो शोधार्थियों समेत तीन वे छात्र भी आमरण अनशन पर बैठे, जिन्हें पहले निलंबित कर दिया गया था। ये लोग कुलपति अप्पा राव पोडिले को बर्खास्त करने और गिरफ्तार करने की मांगों को लेकर अनशन पर बैठे हैं। इसके साथ ही इनकी एक मांग यह भी है कि स्मति ईरानी और बंडारू दत्तात्रेय को कैबिनेट से हटाया जाए।
वेमुला का शव विश्वविद्यालय के छात्रावास में लटका हुआ पाए जाने के बाद से राहुल दूसरी बार हैदराबाद के दौरे पर आए हैं। इससे पहले दलित शोधार्थी की आत्महत्या के बाद राहुल 19 जनवरी को विश्वविद्यालय आए थे। तब उन्होंने आंदोलनरत छात्रों और वेमुला के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी।

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