इस्लामबाद/नई दिल्ली। पठानकोट आतंकी हमले को लेकर भारत की ओर से निर्णायक कार्रवाई की मांग किए जाने की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान ने इस हमले की कथित तौर पर साजिश रचने वाले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर को आज हिरासत में लिया तथा उसके भाई एवं संगठन से जुड़े कई व्यक्तियों को भी पकड़ा है। इस संगठन के कार्यालयों को भी सील किया गया है। जियो टीवी के अनुसार अजहर के भाई अब्दुल रहमान रऊफ को भी गिरफ्तार किया गया है।
दूसरी ओर, भारत के थल सेना प्रमुख सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग ने कहा कि भारतीय सेना उसे सौंपे जाने वाले किसी भी कार्य को करने के लिए तैयार है और उसे अंजाम देने में सक्षम है। उनका यह बयान रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की दो दिन पहले की गई उस टिप्पणी के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि जिन आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों ने भारत को दर्द दिया है उन्हें उसी तरह से जवाब देने की आवश्यकता है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह महसूस करते हैं कि पठानकोट हमला शांति प्रक्रिया को बाधित करने के लिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई का प्रयास था तो उन्होंने कहा, ”उसने ऐसा कई बार किया है। मैं पठानकोट के संबंध में नहीं कह रहा हूं। सुहाग से यह पूछे जाने पर कि क्या सेना पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों के खिलाफ गुप्त या चुनिंदा हमला करने के लिए तैयार है उन्होंने कहा, ”भारतीय सेना उसे दिए जाने वाले किसी भी कार्य को करने को तैयार और सक्षम है। वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पठानकोट वायुसेना अड्डे के बाहर एक वाहन से चीनी वायरलैस सेट बरामद किया जबकि एजेंसी के अधिकारियों ने पंजाब पुलिस के अधिकारी सल्विंदर सिंह से लगातार तीसरे दिन बातचीत की। उन्होंने बताया कि उपकरण को केन्द्रीय फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला, चंडीगढ़ भेज दिया गया ताकि इसका विश्लेषण करवाया जा सके। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एनआईए अधिकारी जब वायुसेना अड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की अपनी जांच के सिलसिले में क्षेत्र से साक्ष्यों एवं सुरागों की छानबीन कर रहे थे तभी उन्होंने वायरलैस सेट बरामद किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति में कई व्यक्तियों को गिरफ्तार किए जाने का ऐलान किया गया, लेकिन अजहर को हिरासत में लिए जाने को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि जैश के कई कार्यालयों पर छापा मारे जाने के बाद अजहर को ऐहतियातन हिरासत में लिया गया है। मसूद अजहर और दो अन्य आतंकवादियों को कंधार विमान अपहरण के समय छोड़ा गया था। पाकिस्तान अपने एक विशेष जांच दल को पठानकोट भेजने पर भी विचार कर रहा है क्योंकि भारत के सहयोग की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए और सूचना की दरकार होगी।
पाकिस्तान की ओर से यह कार्रवाई उस वक्त की गई है जब भारतीय विदेश सचिव एस जयशंकर के प्रस्तावित बातचीत के लिए इस्लामाबाद जाने में सिर्फ दो दिन बचे हुए हैं। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में पाकिस्तान की कार्रवाई की समीक्षा की गई है। भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय समग्र वार्ता की बहाली के लिए विदेश सचिव स्तरीय वार्ता होने वाली है।