रोहित वेमुला की मौत पर मोदी के आंसू घड़ियाली : मायावती

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लखनऊ : मायावती ने हैदराबाद के दलित स्टूडेंट रोहित वेमुला की मौत को लेकर मोदी पर निशाना साधा है। बीबीएयू के कॉन्वोकेशन में पीएम के विरोध का जिक्र कहते हुए उन्होंने कहा, ”रोहित की मौत पर बहाए गए मोदी के आंसू घड़ियाली थे। इस मामले में कोई सख्त एक्शन नहीं लिया गया। अगर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो पीएम का भावुक होना पॉलिटिकल स्टंट ही माना जाएगा।” बीएसपी सुप्रीमो ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को दलित विरोधी बताया है।

रोहित का जिक्र कर मोदी ने क्या कहा था…

– 22 जनवरी को बीबीएयू के कॉन्वोकेशन में मोदी स्पीच दे रहे थे।
– स्पीच के दौरान पीएम भावुक हो गए। कुछ देर चुप रहे और फिर आगे बोले। कहा- “रोहित को सुसाइड के लिए मजबूर होना पड़ा। कारण अपनी जगह है। राजनीति अपनी जगह है। लेकिन, सच्चाई यही है कि मां भारती ने अपना एक लाल खोया है। उसके परिवार पर क्या बीती होगी। मेरे देश के एक नौजवान बेटे रोहित को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

दलित विरोधी हैं लोकसभा स्पीकर

– मायावती ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को दलित विरोधी करार दिया है।
– उन्होंने कहा कि सुमित्रा महाजन का बयान असंवैधानिक है। मोदी बड़बोले नेताओं पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
– आरक्षण की समीक्षा करने की आड़ में उत्पीड़न हो रहा है। आरक्षण की व्यवस्था खत्म करने की साजिश की जा रही है।
– बता दें, लोकसभा स्पीकर ने कहा था कि देश में जाति आधारित आरक्षण पर पुनर्विचार होना चाहिए। संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर भी यही चाहते थे कि देश में जातिगत आरक्षण न हो।

माया ने और क्या कहा?

– देश में दलितों और आदिवासियों का उत्पीड़न हो रहा है। केंद्र की बीजेपी सरकार की जातिवादी सोच है।
– कांग्रेस और बीजेपी की मिलीभगत चल रही है। बाबा साहब के संघर्ष से आरक्षण मिला है। अब इसे खत्म करने की साजिश हो रही है।
– किसी भी चीज का स्वाद नहीं बदला जा सकता है। जहर को अमृत नहीं बनाया जा सकता है।
– महाराष्ट्र में महिलाओ को मंदिरों में जाने से रोका गया। महिलाओ को पुरुषों के बराबर बाबा साहब ने अधिकार दिए थे।
– दलितों के मुद्दों पर बीजेपी सरकार भी खामोश है। बीजेपी की सरकार आरएसएस की सोच वाली है।
– ये पार्टी मुसलमानों के लिए घातक और खतरनाक है। एमयू और जामिया का अल्पसंख्यक दर्जा छीना।
– दर्जा छीनने पर मोदी सरकार की सफाई बेबुनियाद है। 90 फीसदी अल्पसंख्यक पहले हिंदू थे।
– कानून को लागू करने वाले लोग चुप क्यों हैं? मोदी सरकार अपने मंत्रियों पर लगाम नहीं लगा रही।

कौन है रोहित वेमुला? क्यों किया सुसाइड?

– आंध्र के गुंटूर का रहने वाला दलित स्टूडेंट रोहित सोशियोलॉजी में डॉक्टरेट कर रहा था।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रोहित समेत अंबेडकर यूनियन के पांच दलित स्टूडेंट्स पर बीजेपी की स्टूडेंट यूनिट एबीवीपी के एक एक्टिविस्ट पर अगस्त में हमला करने का आरोप था।
– यूनिवर्सिटी ने शुरुआती जांच में पांचों को छोड़ दिया था। लेकिन 21 दिसंबर को उनके हॉस्टल में जाने पर बैन लगा दिया गया।
– यूनिवर्सिटी के विरोध और अंबेडकर स्टूडेंट यूनियन के सपोर्ट में 10 संगठनों ने भूख हड़ताल कर सस्पेंशन वापस लेने की मांग की थी।
– 17 जनवरी को रोहित ने फांसी लगा ली।

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