
एक सफाई कर्मचारी की शिकायत के बाद मुंबई पुलिस ने शनिवार को नाले में गत्तों में बांधकर फेंके गए दोनों शवों को बरामद किया था। पुलिस के मुताबिक, ऐसा लगता है कि दोनों का गला घोंटने के बाद शवों को बांधा गया और फिर बॉक्सों में भरकर फेंका गया। पुलिस उपायुक्त धनंजय कुलकर्णी ने रविवार को कहा कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
सूत्रों का कहना है कि हेमा के हाथ बंधे हुए थे और उनके शरीर पर पूरे कपड़े भी नहीं थे। शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत स्थिति में नहीं थे, लिहाजा माना जा रहा है कि एक दिन पहले ही उनकी हत्या हुई। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज कर लिया है। कुलकर्णी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत की असली वजह पता चल पाएगी।
हेमा के घरेलू सहायक हेमंत मंडल ने शुक्रवार शाम को पुलिस में उनके लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। मंडल ने हेमा के रिश्तेदारों, मित्रों और उनसे अलग दिल्ली में रह रहे पति चिंतन उपाध्याय को भी फोन किया। उन्होंने यह भी बताया था कि शुक्रवार शाम 6.30 बजे हेमा ने उन्हें फोन कर घर से बाहर डिनर करने की बात कही थी। हेमा ने मंडल से खुद खाना खा लेने को कहा। हेमा के परिजनों ने भी उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीते
हेमा गुजरात ललित कला अकादमी और राष्ट्रीय ललित कला अकादमी समेत कई अवार्ड जीते हैं। उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय छात्रवृत्ति भी मिलती थी। फोटोग्राफी और शिल्प कलाकृतियों को लेकर उन्हें अंतरराष्ट्रीय ख्याति भी मिली।
पति के खिलाफ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था
हेमा ने साल 2013 में अपने पति और जाने-माने कलाकार चिंतन उपाध्याय के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। उनका आरोप था कि चिंतन उनके कमरे की दीवारों पर अश्लील स्केच बनाते थे। इस मामले में भंबानी उनका केस लड़ रहे थे। दोनों की शादी 1998 में हुई थी और 2010 में तलाक का केस दाखिल किया गया।