अन्वेषण में स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाए : राष्ट्रपति

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 हजारीबाग । राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज शैक्षणिक संस्थानों से कहा कि अन्वेषण में स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाए और विपणन मूल्य को हासिल करने के लिए उद्योगों को इनकी सहायता करनी चाहिए।
 विनोबा भावे विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज संसाधनों में समृद्ध है और यहां काफी संख्या में इंजीनियरिंग और स्टील उद्योग हैं जिसे कॉलेज और विश्वविद्यालयों के प्रयासों का सहयोग करना चाहिए। झारखंड के दो दिवसीय दौरे पर आए मुखर्जी ने कहा, ”शैक्षणिक संस्थानों को अन्वेषण में स्थानीय प्रतिभा को प्रोत्साहित करना चाहिए और उद्योगों को इसमें सहयोग करना चाहिए ताकि विपणन मूल्य सृजित किए जा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य में देश का 34 फीसदी कोयला भंडार है और 28 फीसदी लौह अयस्क भंडार है। इसके अलावा यहां अभ्रक, यूरेनियम और बॉक्साइट का भंडार है। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण औद्योगिक कंपनियां राज्य में खनिज संसाधन, इंजीनियरिंग और स्टील में काम कर रही हैं और उद्यमिता और अन्वेषण को प्रोत्साहित करने में इसे महत्वपूर्ण कारक होना चाहिए। समारोह के दौरान मुखर्जी ने पूर्व वित्त और विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा को भारतीय अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और लोक सेवा में अद्वितीय योगदान के लिए डी. लिट की उपाधि से विभूषित किया।

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