ललितपुर। ललितपुर से छतरपुर तक रेल संचालन शुरू करने की कवायद तेज कर दी गई है। एक दिन पूर्व छतरपुर से खरगापुर तक ट्रॉली ट्रेन दौड़ाई गई। इसके बाद बृहस्पतिवार को रेल सुरक्षा आयुक्त की विशेष ट्रेन को 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड में दौड़ाकर सफल ट्रायल किया गया। सीआरएस की रिपोर्ट में यदि सब ठीकठाक रहा तो रेलवे बोर्ड 10 दिन में ओके का सर्टीफिकेट जारी कर देगा। रेलवे की मंजूरी के बाद अप्रैल के अंत तक ललितपुर से छतरपुर तक रेल संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
ललितपुर से टीकमगढ़ रेल लाइन का संचालन शुरू होने के बाद से ही रेलवे द्वारा टीकमगढ़ से खजुराहो रेल लाइन शुरू करने की तैयारी में जुटा है। ललितपुर से टीकमगढ़ तक 52 किमी रेल ट्रैक तैयार होने के बाद से इस रेलमार्ग को छतरपुर व खजुराहो रेलवे स्टेशन से जोड़ने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। टीकमगढ़ के बाद खरगापुर से छतरपुर के मध्य 110 किमी रेल लाइन तैयार करने का काम पूरा कर लिया गया है।
बुधवार को मुख्य संरक्षा आयुक्त बीपी बाजपेयी विशेष ट्रेन से झांसी से खजुराहो पहुंचे और उन्होंने छतरपुर पहुंचकर खरगापुर रेल लाइन पर ट्रॉली ट्रेन से रेल लाइन, ब्रिज, सिग्नल प्वाइंट आदि का निरीक्षण किया। बृहस्पतिवार को दोपहर 12.20 बजे मुख्य संरक्षा आयुक्त की विशेष ट्रेन छतरपुर से खरगापुर के लिए 100 किमी प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ाई गई, जो 12.55 बजे (35 मिनट में ) खरगापुर पहुंची। इसके बाद यही ट्रेन खरगापुर से 100 किमी प्रत घंटा की स्पीड में चलकर दोपहर 2.45 बजे छतरपुर रेलवे स्टेशन वापस पहुंची। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यह अंतिम ट्रायल सफल रहा है।
हालांकि, अंतिम निर्णय मुख्य संरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट पर निर्भर है। यदि सीआरएस की रिपोर्ट में सब ठीकठाक रहा तो दस दिन में रेलवे बोर्ड द्वारा ट्रैक को ओके का सर्टीफिकेट जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद अप्रैल माह के अंत तक टीकमगढ़ से छतरपुर तक रेल संचालन शुरू होने की उम्मीद है। इस मौके पर मंडल रेल प्रबंधक एस के अग्रवाल, वरिष्ठ मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष सिंह, डिप्टी कंस्ट्रक्शन मंडलोई, डिप्टी कंस्ट्रक्शन पश्चिम मध्य रेलवे वरिष्ठ संचालन निरीक्षक प्लानिंग मु.अरशद, संचालन निरीक्षक मूवमेंट डीपी सिंह, यातायात निरीक्षक बांदा पीके सिंह, यातायात निरीक्षक ललितपुर डीके चतुर्वेदी, वरिष्ठ खंड रेल अभियंता एके अग्निहोत्री, मंडल परिचालन प्रबंधक सामान्य अनुपम सक्सेना के अलावा इंजीनियर परिचालन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे।