लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा है कि उनके शासन में थानों के भीतर पुलिसकर्मियों की हत्याएं हो जाती थी। भाजपा का कहना है कि योगी सरकार में अपराधियों के हौसले पस्त हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. समीर सिंह ने गुरुवार को अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन लोगों को राज्य की कानून व्यवस्था पर बोलने का हक नहीं है, जिनके शासन में थानों के भीतर पुलिसकर्मियों की ही हत्याएं कर दी जाती थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा अपराध और अपराधियों की शरणस्थली रही है। ऐसे में इस दल को योगी सरकार में अपराधियों के खिलाफ हो रही कार्रवाई रास नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में बिना भेदभाव के कानून अपना काम कर रहा है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में जब भी कहीं किसी अपराधी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करती है तो सपा प्रमुख उसके बचाव में उतर आते हैं। सपा सरकार में मथुरा के जवाहरबाग की घटना जिसमें डिप्टी एसपी की हत्या एवं अन्य कई घटनाओं में सपा के लोगों द्वारा पुलिसकर्मियों की हत्याएं यह प्रमाणित करती थीं कि अखिलेश यादव का संरक्षण अपराधियों को सरकार में रहते भी था और सरकार के बाहर भी है।
डॉ. सिंह ने कहा कि दंगों और दंगाईयों की पहचान बनकर काम करने वाली सपा सरकार के मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने हमेशा अपराधियों का महिमामडंन कर उत्तर प्रदेश को अपराधियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह के रूप में बना दिया था। राज्य में योगी सरकार बनने के बाद से लगातार संगठित अपराध और अपराधियों के खिलाफ शुरू की गई कार्रवाई से प्रदेश में अपराधियों के हौसले टूटे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह दुरूस्त है। पुलिस लगातार शातिर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वाला कोई भी व्यक्ति बख्शा नहीं जायेगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था योगी सरकार ने स्थापित किया है। आज पूरे प्रदेश में अपराधियों में पुलिस का खौफ है। शातिर अपराधी भी स्वयं थानों में जाकर अपना जुर्म स्वीकार कर समर्पण कर रहे हैं।