भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बारिश के खलल के कारण मैच को 15 ओवर का कर दिया गया है। खबर लिखे जाने तक बांग्लादेश की टीम नें चार ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 27 रन बना लिए हैं।
भारत ने तीन बदलाव करते हुए भुवनेश्वर कुमार, हरभजन सिंह और पवन नेगी की जगह आशीष नेहरा, रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल किया है।
भारत और श्रीलंका एशिया कप में पांच-पांच बार खिताब हासिल कर चुके हैं और संयुक्त रूप से सफल टीमें हैं। भारत यदि मेजबान बांग्लादेश को फाइनल में पराजित कर देता है तो वह छठी और सर्वाधिक बार एशिया कप का चैंपियन बन जाएगा। वहीं जबरदस्त फार्म में चल रही बांग्लादेश की टीम पहली बार खिताब हासिल करने के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने उतरेगी।
भारत ने वर्ष 1984, 1988,1990-91, 1995 और 2010 में एशिया कप का खिताब जीता था। इसके अलावा वह वर्ष 1997, 2004 और 2008 में उपविजेता रही थी। दिलचस्प बात है कि भारतीय टीम का एशिया कप में हमेशा फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ ही मुकाबला हुआ है और यह पहली बार है जब वह किसी अन्य टीम के खिलाफ खिताबी मुकाबले में उतर रही है।
वहीं बांग्लादेश का एशिया कप में सबसे अच्छा प्रदर्शन वर्ष 2012 में रहा था जब वह फाइनल में पहुंची थी। लेकिन अपने घरेलू मैदान पर शेर ए बंगला स्टेडियम में उसे पाकिस्तान के हाथों मात्र दो रन से हार का सामना करना पड़ा था। बांग्लादेशी टीम दूसरी बार एशिया कप के फाइनल में पहुंची है और इस बार उसकी कोशिश हर हाल में खिताब तक पहुंचना है।
बांग्लादेश में लगातार तीसरी बार एशिया कप टूर्नामेंट खेला जा रहा है और आईसीसी विश्वकप टी20 को देखते हुये यह पहली बार है जब इसे टी20 प्रारूप में खेला जा रहा है। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि भारत के सामने बांग्लादेश ट्राफी तक पहुंचने में एक बड़ी चुनौती होगा। टूर्नामेंट में अब तक अपराजेय रही भारतीय टीम ने ग्रुप चरण में बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका और यूएई की टीमों को हराया है।
बांग्लादेश ने अभी तक मात्र एक ही मैच भारत से हारा है लेकिन बाकी मुकाबलों में उसके सामने कोई अन्य टीम चुनौती पेश नहीं कर सकी। एशिया कप में पांच बार खिताब जीत चुकी श्रीलंका, दो बार की चैंपियन पाकिस्तान, और यूएई तीनों टीमों को मेजबान बांग्लादेश ने ग्रुप चरण में हराया है और वह भारत की तरह खिताब की बराबर की हकदार कही जा सकती है।
हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के धुरंधरों के सामने मेजबान टीम पर मनोवैज्ञानिक दबाव जरूर रहेगा। बांग्लादेश ने यह मैच 45 रन के बड़े अंतर से गंवाया था। इस मैच में टीम इंडिया ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अपने आलराउंड प्रदर्शन से बांग्लादेशी टीम को चित कर दिया था। भारत से इसी तरह के प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद रहेगी। कप्तान धौनी कह चुके हैं कि वह फाइनल को लेकर भी काफी उत्साहित हैं। लेकिन उन्होंने यह भी दोहराया है कि वह बांग्लादेश को लेकर काफी सतर्क भी हैं।
धौनी के अनुसार बतौर टीम बंगलादेश ने पिछले कुछ वर्षों में काफी बदलाव किया है और वह समय के साथ बेहतर हुई है। बांग्लादेश अपने घरेलू मैदान पर खेल रही है और घरेलू परिस्थितियों से वाकिफ है इसलिये उन्हें इसका फायदा मिल सकता है। एक बार फिर खिताबी मुकाबले में टीम इंडिया के स्टार और अनुभवी खिलाड़यों पर काफी जिम्मेदारी रहेगी जिसमें रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली ,अजिंक्या रहाणे, सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धौनी, आलराउंडर युवराज सिंह से सबसे अधिक उम्मीदें होंगी।
भारत ने अपने आखिरी ग्रुप मुकाबले में यूएई से नौ विकेट से एकतरफा अंदाज में मैच जीता था। इस मैच में कप्तान ने बेंच पर काफी समय से अपनी बारी का इंतजार कर रहे युवा खिलाड़ी पवन नेगी, आफ स्पिनर हरभजन सिंह और भुवनेश्वर कुमार को मौका दिया था जबकि आशीष नेहरा ,रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को आराम दिया गया था। लेकिन उम्मीद यही है कि फाइनल के लिये धौनी अपने पुराने क्रम पर ही भरोसा जताएंगे। बांग्लादेश के खिलाफ ओपनिंग मैच में 36 वर्षीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा 23 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे थे और एक बार फिर ढाका में नेहरा से सबसे अधिक उम्मीदें हैं। आईपीएल में अपने कमाल के प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया में वापसी करने वाले नेहरा ने पावर प्ले में सबसे अधिक विकेट लिये हैं। वह अब तक तीन मैचों में पांच विकेट ले चुके हैं।
वहीं धौनी के पसंदीदा आलराउंडर हार्दिक पांड्या गेंद से सबसे सफल रहे हैं और चार मैचों में उनके नाम सात विकेट हैं। मध्य तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इतने ही मैचों में पांच विकेट निकाले हैं। स्पिन विभाग में अनुभवी और भरोसेमंद अश्विन ने तीन मैचों में तीन विकेट लिये हैं।
बल्लेबाजी क्रम में लगातार दो बार मैन आफ द मैच रहे और टीम के भरोसेमंद खिलाड़ी विराट अब तक 112 रन बनाकर दूसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं जबकि ओपनर रोहित शर्मा 137 रन बनाकर सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं। रोहित ने बंगलादेश के खिलाफ मुकाबले में 83 रन की जबरदस्त पारी खेली थी और रन बनाने की जिम्मेदारी उनपर एक बार फिर रहेगी। वहीं स्टार आलराउंडर युवराज भी फार्म में वापसी कर चुके हैं और बड़े शाट खेलने से उनका आत्मविश्वास लौटा है।
युवराज अब तक अपने चार मैचों में 89 रन बनाकर टीम के तीसरे सर्वश्रेष्ठ स्कोरर भी हैं। हालांकि शिखर धवन अब तक बल्ले से बहुत प्रभावित नहीं कर सके हैं। धवन पूरी तरह फिट नहीं हैं और उनका टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 16 रन है। हालांकि वह मैदान पर उतर रहे हैं और उम्मीद है कि अहम समय पर अपना योगदान दें। मध्यक्रम में धौनी, पांड्या, रैना और जडेजा रन बनाने में योग्य हैं।