लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को यहां कहा कि उनका लक्ष्य उप्र को देश का पहला टीबी मुक्त राज्य बनाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक छह हजार टीबी मरीजों को विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं द्वारा गोद लिया जा चुका है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल इण्डियन रेडक्रास सोसाइटी की उत्तर प्रदेश इकाई की अध्यक्ष भी हैं। रेडक्रास सोसाइटी की प्रदेश शाखा द्वारा सोमवार को उनका स्वागत व अभिनन्दन किया गया।
राजधानी के कैसरबाग स्थित रेडक्रास भवन के सभागार में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि इण्डियन रेडक्रास का उद्देश्य मानव सेवा तथा असहाय लोगों की सहायता करना है। उन्होंने कहा कि रेडक्रास के सदस्यों का पीड़ित मानवता की सेवा करना तथा दूसरों को इसके लिये प्रोत्साहित करना ही मकसद है।
राज्यपाल ने कहा, ‘मैं जिस जिले में जाती हूँ, वहां रेडक्रास की मीटिंग करती हूँ तथा 18 वर्ष से कम उम्र के टीबी मरीजों को गोद लेने के लिये प्रेरित करती हूँ। अब तक छह हजार टीबी मरीजों को विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं संस्थाओं द्वारा गोद लिया जा चुका है।’ उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों का भ्रमण कर टीबी मरीजों का पता लगाकर उत्तर प्रदेश को देश का पहला टीबी मुक्त राज्य बनाने का मेरा लक्ष्य है।
आनंदीबेन पटेल ने कहा कि रेडक्रास सोसाइटी को राजनैतिक अड्डा नहीं बनने देना चाहिए। इसे केवल अपने उद्देश्यों की पूर्ति तक ही सीमित रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि रेडक्रास सोसाइटी द्वारा प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों एवं मरीजों के लिये एम्बुलेन्स सेवा उपलब्ध कराना तथा बच्चों के लिये टीकाकरण आदि के अनेक कार्यक्रम किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोसाइटी के सदस्यगण नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए समाज के सभी वर्गों विशेषकर निर्धन और असहाय लोगों का विशेष ध्यान रखेंगे तथा गांवों में आयुष्मान योजना की सुविधा के संबंध में जागरूकता लाकर पात्रों को इस सुविधा का लाभ दिलाने में सहयोग प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर इण्डियन रेडक्रास सोसाइटी की उत्तर प्रदेश शाखा के सभापति एवं विधायक सुरेश श्रीवास्तव, सोसाइटी के महासचिव डाॅ. श्याम स्वरूप, उप सभापति डाॅ. हिमाबिन्दु नायक, सेण्ट जाॅन एम्बुलेन्स के उप सभापति संजीव मेहरोत्रा ने भी विचार व्यक्त किये। समारोह में संबंधित पदाधिकारीगण एवं रेडक्रास के वाॅलन्टियर भी उपस्थित थे।