लखनऊ । लखनऊ के भरत रत्न श्री अटल बिहारी बाजपेई एकाना स्टेडियम में मुंबई और शेष भारत के बीच ईरानी कप 2024 का मुकाबला खेला गया। इस दौरान अजिंक्य रहाणे की अगुआई में मुंबई की टीम ने इतिहास रच दिया हैं। मुंबई की टीम ने 27 साल के लंबे इंतजार के बाद ईरानी कप की ट्रॉफी अपने नाम की। मुंबई और शेष भारत के बीच खेला गया मुकाबला शनिवार को ड्रॉ पर छूटा। हालांकि पहली पारी की बढ़त के आधार पर मुंबई को विजेता घोषित किया गया। इस तरह मुंबई ने 15वीं बार ईरानी कप का क़िताब अपने नाम कर लिया।
शेष भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फ़ैसला किया। दूसरी तरफ टॉस हारकर पहले बैटिंग करने उतरी मुंबई की शुरुआत अच्छी नहीं रही। मुंबई ने मात्र 37 रन तक ही तीन महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे। हालांकि इसके बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे और श्रेयस अय्यर ने चौथे विकेट के लिए 102 रनों की साझेदारी कर पारी को संभाल लिया था। कप्तान रहाणे ने 97 और अय्यर ने 57 रनों की पारी खेली। वहीं सरफराज खान ने आक्रामक दोहरा शतक लगाकर मुंबई को बड़े स्कोर तक पहुंचाने सबसे अधिक योगदान रहा। सरफराज खान ने 286 गेंद पर 25 चौके और 4 छक्के की मदद से अविजित 222 रन बनाए। जबकि निचले क्रम में तनुष कोटियान ने भी 64 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।शेष भारत की तरफ से मुकेश कुमार ने सर्वाधिक 5 विकेट झटके।
Congratulations to Mumbai for clinching their first Irani Cup title in 27 years, an incredible 15th overall! A special acknowledgment to @ajinkyarahane88 for his leadership in securing this victory, and to Sarfaraz Khan for a stellar 222-run knock that shaped the innings lead. A… pic.twitter.com/jzNfSBWwvi
— Jay Shah (@JayShah) October 5, 2024
इसके जवाब में शेष भारत की टीम अपनी पहली पारी में 416 रन ही बना सकी थी। टीम की तरफ से अभिमन्यु ईस्वरन ने 191 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। ईस्वरन अकेले दम पर टीम को आगे लेकर गए थे। उनके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने भी काफी अहम योगदान दिया था। जुरेल ने 121 गेंद पर तेरह चौके और एक छक्के की मदद से 93 रनों की शानदार पारी खेली थी।
गौरतलब है कि दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने उतरी मुंबई के लिए पृथ्वी शॉ ने आक्रामक बल्लेबाजी की। उन्होंने 105 गेंद पर आठ चौके और एक छक्के की मदद से 76 रन बनाए। हालांकि टीम का मध्यक्रम पूरी तरह से फेल रहा।
शेष भारत ने 125 रन तक 6 विकेट गंवा दिए थे। हालांकि निचले क्रम में तनुष कोटियान ने नाबाद 114 रनों की पारी खेल टीम को संभाल लिया था। मुंबई ने 8 विकेट पर 329 रन बना लिए थे और इसके बाद मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया।