दिल्ली। पठानकोट एयरबेस पर जनवरी में हुए टेररिस्ट अटैक के बाद डिफेंस मिनिस्ट्री ने वेस्टर्न कमांड के करीब 55 एयरबेस के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मुताबिक एयरबेस में जबरन एंट्री करने वाले किसी भी सस्पेक्ट को देखते ही गोली मारने को कहा गया है। वेस्टर्न कमांड के एयरबेस पर सिक्युरिटी अलर्ट जारी करने के साथ ही आर्मी और पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ क्विक रिएक्शन टीम बनाने की प्रॉसेस भी शुरू कर दी गई है।
कैसे मजबूत की जाएगी सिक्युरिटी…
– इंडियन एयरफोर्स ने सभी एयरबेस को हाई सिक्युरिटी सिस्टम के तहत लाने के लिए सिक्युरिटी इक्विपमेंट्स मांगे हैं।
– इसके साथ ही किसी भी हालात से निपटने के लिए एयरबेस पर मौजूद टेक्नोलॉजी को भी अपडेट किए जाने के लिए मदद मांगी गई है।
– एयरफोर्स ने बताया है कि सभी एयरबेस पर सिक्युरिटी स्ट्रॉन्ग करने पर तकरीबन 6 से 8 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
– गौरतलब है कि 2 जनवरी की सुबह 3:30 बजे पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के छह टेरेरिस्ट ने पठानकोट एयरबेस पर अटैक कर दिया था।
– इस हमले में सिक्युरिटी फोर्स के 7 जवान शहीद हो गए थे।
– करीब 72 घंटे तक चले लंबे ऑपरेशन के बाद सभी 6 टेररिस्टों को भी मार गिराया गया था।
– एयरबेस में घुसे टेरेरिस्ट के निशाने पर एयरफोर्स के प्लेन और वेपन थे।
पठानकोट हमला- इस केस में अब तक क्या हुआ?
– 2 जनवरी की सुबह छह पाकिस्तानी आतंकियों ने पठानकोट एयरबेस पर हमला किया। इसमें सात जवान शहीद हो गए।
– 36 घंटे एनकाउंटर और तीन दिन कॉम्बिंग ऑपरेशन चला।
– हमले का मास्टरमाइंड जैश-ए-मोहम्मद का चीफ मौलाना मसूद अजहर है।
– अजहर को 1999 में कंधार प्लेन हाईजैक केस में पैसेंजरों की रिहाई के बदले छोड़ा गया था।
– भारत ने आतंकियों की उनके हैंडलर्स से बातचीत की कॉल डिटेल्स और उनसे मिले पाकिस्तान में बने सामानों के सबूत पड़ोसी देश को सौंपे हैं।
– पाकिस्तान मीडिया का दावा है कि मसूद अजहर को हिरासत में लिया जा चुका है। लेकिन पाकिस्तान इससे इनकार कर रहा है।
– इस बीच, भारत-पाक फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की 15 जनवरी को होने वाली बातचीत टल गई।
पाकिस्तान ने अब तक दर्ज नहीं की है FIR ?
– पाकिस्तान ने भारत सरकार को पठानकोट अटैक के दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया था।
– भारत की तरफ से सबूत सौंपे जाने के बाद पाकिस्तान ने कहा कि पठानकोट मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें जैश प्रमुख मसूद अजहर भी शामिल है।
– 12 जनवरी को नवाज शरीफ के ऑफिस से भारत को एक शुरुआती जांच रिपोर्ट सौंपी गई।
– रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान को मसूद अजहर को गिरफ्तार करने के लिए और सबूतों की जरूरत है।
– पाकिस्तान ने इस मामले में जांच के लिए छह लोगों की टीम भी बनाई है।
-पाकिस्तान ने भारत से अभी तक इस बारे में कोई इन्फॉर्मेशन शेयर नहीं की है कि उसने इस मामले में अरेस्ट किए गए लोगों पर किस कानून और कौन सी धाराओं में कार्रवाई की है।
– ऐसी भी खबरें है कि पाकिस्तान ने अभी तक मसूद के खिलाफ जांच आगे बढ़ाने के लिए FIR भी दर्ज नहीं की है।
– मसूद अजहर अब भी भारत के खिलाफ खुले आम बयानबाजी कर रहा है।