गुना । अक्टूबर माह प्रारंभ होते ही बारिश का सिलसिला थम गया है। जिससे नगर में विभिन्न स्थानों पर रुके हुए पानी में लार्वा पनपने लगा है। जो लोगों को बीमार बना रहा है। जिसके चलते बुखार से पीडि़त मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ गई है। यही कारण है कि शहर सहित अंचल के सरकारी व निजी अस्पतालों पर बुखार के मरीजों की अधिक संख्या देखी जा रही है। बुखार से पीडि़त मरीजों में बच्चे व वृद्ध भी शामिल हैं। इस साल जनवरी से अब तक 134 मरीज मलेरिया पॉजिटिव निकल चुके हैं। जानकारी के मुताबिक इस बार जिले भर में सामान्य से काफी अधिक बारिश हुई है। अगस्त माह से शुरू बारिश का सिलसिला अक्टूबर माह के प्रारंभ में जाकर थमा है। यही कारण है कि शहर सहित अंचल भर में खाली पड़े स्थानों पर बड़ी मात्रा में जल भराव की स्थिति बनी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जल भराव वाले क्षेत्रों में 5 से 7 दिनों तक रुके हुए पानी में लार्वा पनपने लगता हैं। इसके बाद मच्छर मलेरिया को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचा देते हैं। स्वास्थ्य विभाग की जिला मलेरिया टीम भले ही लार्वा सर्वे व विनिष्टीकरण में जुटी हुई है इसके बावजूद अभी भी शहर व अंचल में ऐसे कई वार्ड हैं जहां अभी न तो सर्वे हुआ है और न ही लार्वा को नष्ट किया गया है। साथ ही आमजन को भी लार्वा नष्ट करने के तरीके व संसाधन उपलब्ध न होने के कारण जल भराव वाले क्षेत्रों में लोग बीमार हो रहे हैं।