कोल्लम : पुत्तिंगल देवी मंदिर में लगी भीषण आग की घटना के एक दिन बाद सोमवार को यह बात सामने आई कि विस्फोटक संबंधी नियमों का घोर उल्लंघन हुआ और बुनियादी सावधानियों को नजरअंदाज किया गया। आग त्रासदी के सिलसिले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ हत्या की कोशिश समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है, जिनमें मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य और आतिशबाजी ठेकेदारों के सहायक शामिल हैं।
वहीं एक शीर्ष विस्फोटक नियंत्रक अधिकारी ने नियमों के गंभीर उल्लंघन तथा प्रतिबंधित रसायनों के इस्तेमाल की ओर इशारा किया है।
मुख्य विस्फोटक नियंत्रक सुदर्शन कमल ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘यहां विस्फोटक संबंधी नियमों का घोर उल्लंघन दिखाई देता है।’ उन्होंने कहा, ‘हम आतिशबाजी के लिए इस्तेमाल विस्फोटकों की जांच करने आए हैं।’ अधिकारी ने यह भी कहा कि पटाखे बनाने वालों और आतिशबाजी कराने वालों की ओर से प्रतिबंधित रसायनों का इस्तेमाल किया गया है।
उन्होंने कहा, ‘बुनियादी तौर पर जो सावधानियां बरती जानी चाहिए थीं उनको भी नजरअंदाज किया गया।’ कोल्लम की जिला अधिकारी ए. शैनामुल ने कहा कि आतिशबाजी के लिए अनुमति देने या नहीं देने को लेकर उन पर किसी तरह का दबाव नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘मैंने सिर्फ अपना काम किया है। मुझ पर किसी ने दबाव नहीं डाला था। अनुमति देने या इससे इंकार करने के लिए कुछ निश्चित प्रक्रियाओं की जरूरत होती है। हमने पुलिस और तहसीलदार से रिपोर्ट मांगी है।’ इस अधिकारी ने यह भी कहा, ‘उन्होंने सिफारिश की थी कि प्रतिस्पर्धी स्वभाव और स्थान की कमी के कारण आतिशबाजी की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। परंतु इसके लिए कोई आगे बढ़ा और यह सब किया। मैंने इसकी जांच के लिए कहा है।’
अतिरिक्त जिला अधिकारी शाहनवाज ने कहा कि प्रतिबंध के आदेश का उल्लंघन किया गया है और इसकी जांच होनी चाहिए कि यह उल्लंघन किसने किया है।