कराची। पाकिस्तान में एक हिंदू मेडिकल छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। छात्रा का नाम नम्रता चांदनी बताया गया है। नम्रता लरकाना के बीबी आसिफा डेंटल कॉलेज में बीडीएस लास्ट सेमेस्टर की स्टूडेंट थीं। चांदनी का शव उनके हॉस्टल के कमरे में पलंग पर मिला। शव के गले में रस्सी बंधी हुई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हालांकि, अब तक यह तय नहीं हो सका है कि नम्रता ने खुदकुशी है या उनकी हत्या की गई है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के बीच मेडिकल छात्रा की मौत ने नए सवाल खड़े कर दिए हैं। नम्रता के भाई डॉक्टर विशाल का कहना है- यह खुदकुशी नहीं, कत्ल है। हम लोगों से मदद की अपील करते हैं।
परिवार का इंतजार
नम्रता मूल रूप से मीरपुर जिले के घोटकी की रहने वाली थीं। उनका परिवार फिलहाल कराची में रहता है। परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और हॉस्टल का कमरा भी सील कर दिया गया है। नम्रता के दोस्तों के मुताबिक, वह जिंदादिल लड़की थी और घटना से पहले किसी प्रकार के तनाव में नहीं दिखी। सोमवार को मौत के चंद घंटे पहले उन्हें कॉलेज की कैंटीन में दोस्तों के साथ गपशप करते देखा गया था।
गले में रस्सी लेकिन फंदा नहीं लगाया
नम्रता की मौत पर सवाल खड़े हो रहे हैं। उनका शव हॉस्टल के कमरे में पलंग पर मिला। गले में रस्सी बंधी हुई थी। हैरान करने वाली बात ये है कि कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था लेकिन खिड़की खुली हुई थी। हत्या का शक इसलिए भी है क्योंकि पंखे या किसी और चीज से रस्सी बांधने का कोई सबूत नहीं मिला। रस्सी भी काफी छोटी है। सोमवार को जब उन्होंने काफी देर तक दरवाजा नहीं खोला तो दोस्तों ने दरवाजा तोड़ दिया। नम्रता का शव पलंग पर मिला। उनका चेहरा नीचे की तरफ था। घटना की जांच एसएसपी मसूद अहमद को सौंपी गई है। वाइस चांसलर अनिला रहमान ने कहा- पहली नजर में यह खुदकुशी का मामला लगता है लेकिन पुख्ता जानकारी जांच के बाद ही सामने आ सकेगी। 1 जनवरी 2017 को इसी हॉस्टल में नायला रिंद नामक छात्रा की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।