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महोबा : कबरई से कैमाहा तक 46 किमी हाईवे होगा फोरलेन , 1100 करोड़ रुपये होंगे खर्च

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  • अडानी नहीं बंसल ग्रुप बनायेगा 46 किमी फोरलेन हाईवे
  • समानांतरण फोरलेन सड़क के लिए खाका तैयार
  • सागर को सीधे लखनऊ से जोड़ने की योजना
  • UP-MP को होगा बड़ा लाभ
(मृत्युंजय पाराशर)

महोबा। भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर (Economic Corridor) के अन्तर्गत उत्तरप्रदेश के कानपुर-सागर नेशनल हाईवे (Kanpur-Sagar National Highway) के समानांतरण फोरलेन हाइवे बनाने की तैयारी है। इसके साथ ही महोबा के कबरई से सागर हाईवे की 46 किमी सड़क को फोरलेन में तब्दील करने को अब कार्यदायी संस्था को हरी झंडी दे दी गई है। 1100 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस हाईवे की सड़क का काम टेंडर खुलने के बाद भोपाल की एक मल्टीनेशनल कंपनी को मिला है, जो अगले महीने निर्माण कार्य शुरू कराएगी। आने वाले समय में यह हाईवे केंद्र सरकार की भारत माला सड़क परियोजना का एक हिस्सा बनेगा। इस हाइवे को सागर-भोपाल हाइवे से जोड़ने की योजना पर भी काम चल रहा है। यदि ऐसा होता है तो 526 किलोमीटर का सफर 6 घंटे में तय होगा। अलग-अलग सेक्टरों में बनने वाले इस हाइवे के लिए टेंडर प्रक्रिया भी प्रोसेस में है। यह कबरई से कानपुर बनने वाले नए एक्सप्रेस वे से और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे जोड़ा जाएगा। वहीं कानपुर में यह एक्सप्रेस वे कानपुर-लखनऊ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। इससे यहां का सीधा एक्सप्रेस वे का संपर्क तमाम बड़े हाइवे से हो जाएगा।

समानांतरण फोरलेन सड़क के लिए खाका तैयार

कानपुर के नौबस्ता से महोबा (Mahoba) के कबरई तक नेशनल हाईवे के समानांतरण फोरलेन सड़क बनाने को लेकर अब खाका तैयार हो चुका है। यह हाईवे पांच पैकेज में बांटा गया है। परियोजना के मुताबिक 112 किमी लंबे हाईवे के समानांतरण फोरलेन हाईवे बनाने में 3700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 700 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण करने के लिए एक हजार रुपये का प्रावधान रखा गया है। हाईवे के समानांतरण फोरलेन हाइवे बनाने को लेकर मैपिंग कंपनी के इंजीनियर इन दिनों भूमि का सर्वे कर रहे है। बताया कि 112 किमी लंबे फोरलेन की जद में कानपुर बुंदेलखंड (Bundelkhand) सहित फतेहपुर, हमीरपुर और महोबा के 68 गांव आएंगे। उत्तर प्रदेश के लखनऊ को एमपी के भोपाल से फोरलेन हाईवे से जोड़े जाने के बाद पिछड़े हमीरपुर और महोबा जिले के इन गांवों की तस्वीर ही बदल जाएगी। एनएचएआई के जीएम पीएल चौधरी के मुताबिक पांचवें पैकेज में कैमाहा से महोबा के कबरई तक 46 किमी लंबे हाईवे फोरलेन बनेगा। इसके लिए भोपाल की बंसल कंपनी को काम मिला है।

अडानी छोड़ बंसल ग्रुप को मिला टेंडर

कानपुर-सागर हाईवे में कबरई से कैमाहा तक 46 किमी हाईवे को फोरलेन बनाने के लिए 1100 करोड़ रुपये के टेंडर जारी किए गए थे। एनएचएआई के जीएम ने बताया कि पीएनसी ने 909 करोड़, अशोका ग्रुप ने 1104 करोड़, अडानी ग्रुप (Adani Group) ने 1179.90 करोड़, एपको ने 951.96 करोड़ और बंसल समेत अन्य 17 कंपनियों ने टेंडर डाले है। भोपाल की बंसल कंपनी (Bansal Group) के 896.36 करोड़ रुपये का टेंडर मंजूर कर लिया गया है। यह मल्टीनेशनल कंपनी है जो वित्तीय वर्ष के माह से पहले निर्माण कार्य शुरू कराएगी। बताया कि महोबा में किडारी फाटक से पहले बनाकर 16 किमी लंबा बाईपास बनाकर इसे सागर-कानपुर हाईवे से जोड़ा जाएगा।

भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर

भोपाल-विदिशा-सागर-कानपुर इकोनॉमी कोरिडोर (Bhopal-Kanpur Economic Corridor) का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए भोपाल से विदेशा होकर सागर तक और सागर से महोबा जिले तक कबरई होकर कानपुर तक 11300 करोड़ की लागत से इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण होगा। इस हाईवे को निर्माण से भोपाल के कानपुर की दूरी 15 घंटे के घटकर 7 घंटे रह जाएगी। इस कॉरिडोर के बनने से भोपाल से कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी की कनेक्लिविटी अच्छी हो जाएगी। वहीं बुंदेलखंड से भोपाल और कानपुर आने-जाने में भी समय बचेगा।

सागर को सीधे लखनऊ से जोड़ने की योजना

सागर से कानपुर नेशनल हाइवे पहले से ही बना हुआ है, मगर अब इसके समांनातर सागर-कबरई हाइवे बनाया जा रहा है। इसके बाद इसे सीधे लखनऊ (Lucknow) से जोड़कर इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना है। कबरई से कानपुर और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने से एक तरफ जहां बुंदेलखंड के लोगों को सीधे तौर पर कनेक्टिी मिलेगी। वहीं व्यवासायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पिछले दिनों एनएचएआई छतरपुर की टीम ने महोबा से सागर के बीच एलाइनमेंट फाइनल कर दिया है। महोबा में कंसलटेंट एजेंसी यूआर के साथ इस टीम ने कई स्थानों का जायजा भी लिया।

UP-MP को होगा बड़ा लाभ

सागर से कबरई हाइवे बन जाने से एमपी-यूपी की सीधे कनेक्विटी हो जाएगी। यह हाइवे जिले की विभिन्न तहसीलों से होकर गुजरेगा। वहां जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। महराजपुर तहसील में अधिग्रहण के लिए गजेट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। इसका कंडिका 3-4 में प्रकाशन भी किया जा चुका है।

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