पूर्व सैनिक 12 दिसंबर को जाएंगे दिल्ली
जालौन। भारत सरकार द्वारा सेवानिवृत्त सैनिक के
लिए लागू वन रेंक वन पेंशन को अभी तक लागू न करने से परेशान सेवानिवृत्त
सैनिक ने फौजी टेंट हाउस पर बैठक कर दिल्ली में जंतर मंतर पर धरने में
शामिल होने के लिए दिल्ली जाने का निर्णय लिया है। पूर्व सैनिक 12 दिसंबर
को जिले से रवाना होंगे। बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व सैनिक सेवा परिषद
संगठन के अध्यक्ष सीपी तिवारी ने कहा कि सरकार ने भरोसा दिलाया था कि इस
पेंशन योजना को 5 दिसंबर से लागू कर दिया जायेगा लेकिन अभी तक इसको लागू
नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि पुराने भर्ती व नये भर्ती
होने वाले सैनिक को बराबर पेंशन दी जाये। पेंशन का नवीनीकरण हर साल होना
चाहिए, जबकि सरकार पांच साल में इसका नवीनीकरण करती है। इससे पूर्व सैनिकों
को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पेंशन के
विरोध में जंतर मंतर पर धरने पर बैठे सैनिकों के समर्थक के लिए जिले से 12
दिसंबर को क्षेत्र से करीब 150 सेवानिवृत्त फौजी जंतर मंतर धरने में शामिल
होने के लिए जायेंगे।
होने वाले सैनिक को बराबर पेंशन दी जाये। पेंशन का नवीनीकरण हर साल होना
चाहिए, जबकि सरकार पांच साल में इसका नवीनीकरण करती है। इससे पूर्व सैनिकों
को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वन रैंक वन पेंशन के
विरोध में जंतर मंतर पर धरने पर बैठे सैनिकों के समर्थक के लिए जिले से 12
दिसंबर को क्षेत्र से करीब 150 सेवानिवृत्त फौजी जंतर मंतर धरने में शामिल
होने के लिए जायेंगे।
अगर जल्द ही पेंशन योजना लागू नहीं की गयी
तो सेवानिवृत्त फौजी आंदोलन करने के विवश होंगे। बैठक की अध्यक्षता पूर्व
कैप्टन मास्टर सिंह ने की। इस दौरान कैप्टन बृजवीर सिंह, बाबू सिंह, राम
शंकर, वीरेंद्र कुमार, सीपी सिंह, विजय सिंह, देवीदीन, नाहर सिंह, महिपाल
सहित कई पूर्व सैनिक मौजूद रहे।
तो सेवानिवृत्त फौजी आंदोलन करने के विवश होंगे। बैठक की अध्यक्षता पूर्व
कैप्टन मास्टर सिंह ने की। इस दौरान कैप्टन बृजवीर सिंह, बाबू सिंह, राम
शंकर, वीरेंद्र कुमार, सीपी सिंह, विजय सिंह, देवीदीन, नाहर सिंह, महिपाल
सहित कई पूर्व सैनिक मौजूद रहे।