नई दिल्ली। अरुणाचल में गरमाई सत्ता की लड़ाई हर पल नए रंग ले रही है। विधानसभा सील होने के बाद आज ईटानगर के एक होटल में अस्थायी विधानसभा सत्र बुलाई गई। जिसमें बागी कांग्रेसी विधायक और भाजपा के विधायकों ने वहां के मौजूदा मुख्यमंत्री नबाम टुकी के प्रति अविश्वास जाहिर किया और बागी कांग्रेसी विधायक कलिखो पुल को मुख्यमंत्री चुन लिया।
विधानसभा उपाध्यक्ष टी नोरबू थोंगडोक ने भाजपा के 11 विधायकों और दो निर्दलीय विधायकों के ‘अविश्वास प्रस्ताव’ को मंजूर कर लिया। 60 सदस्यीय विधानसभा के कुल 33 सदस्यों जिसमें कांग्रेस के 20 बागी सदस्य भी शामिल हैं, सभी ने बागी कांग्रेसी विधायक कलिखो पुल को राज्य का नया ‘मुख्यमंत्री’ चुन लिया।
वहीं, मुख्यमंत्री नबाम तुकी और उनके 26 समर्थक विधायकों ने कार्यवाही का बहिष्कार किया और इसे ‘अवैध एवं अवंसैधानिक’ करार दिया। बता दें कि बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने विधानसभा परिसर को सील कर दिया था।
विरोध प्रदर्शन जारी, कलिखो पुल समूह कर रहा राज्यपाल से मिलने का प्रयास
अस्थायी विधानसभा में कलिखो पुल को अरुणाचल का मुख्यमंत्री चुनने के बाद कलिखो पुल समूह के सभी सदस्य सरकार गठन के लिए राज्यपाल से मिलने की जुगत में जुटे हैं। कलिखो पुल समूह के विरोध में उनके विपक्षी भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच दोनों समूहों में तीखी नोकझोंक की भी खबरें आ रही हैं। जिला प्रशासन ने हालात को संभालने के लिए मौके पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया है।