दिल्ली । डीडीसीए में कथित अनियमितताओं का मामला आज लोकसभा में उठा और भाजपा सदस्य कीर्ति आजाद ने इस मामले में समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग करके सत्तापक्ष को असहज कर दिया वहीं कांग्रेस ने वित्त मंत्री अरूण जेटली के इस्तीफे की मांग की। हालांकि जेटली ने भ्रष्टाचार के आरोपों को ”बेबुनियाद और पूरी तरह गलत बताते हुए खारिज कर दिया। दूसरी ओर केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी के पांच अन्य नेताओं के खिलाफ डीडीसीए विवाद में उन पर कथित आरोप लगाए जाने को लेकर आज आपराधिक मानहानि की शिकायत दाखिल की। अदालत ने उनकी इस शिकायत का संज्ञान ले लिया है।
कीर्ति आजाद ने सत्ता पक्ष को असहज स्थिति में डालते हुए कहा कि जब ए अनियमितताएं हुईं, उस दौरान जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष को पूरे मामले की समयबद्ध एसआईटी जांच की मांग करनी चाहिए।
सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने जेटली का बचाव करते हुए कहा कि जेटली, ”निष्कलंक चरित्र, ईमानदार और सार्वजनिक जीवन में उच्च मानदंड का पालन करने वाले व्यक्ति हैं।
जेटली के स्पष्टीकरण से असंतोष जताते हुए सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित कांग्रेस के सभी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।
कांग्रे्रस के वेणुगोपाल ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि जेटली जिस समय डीडीसीए के अध्यक्ष थे, उस समय इसमें अनियमितताओं की बहुत सी शिकायतें मिली हैं। खासकर दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के निर्माण को लेकर शिकायत है।