लखनऊ : आम आदमी पार्टी ने कथित डीडीसीए घोटाले में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर पुलिस जांच में व्यवधान पहुँचाने और इसमें शामिल लोगों को बचाने का आरोप लगाया है.
पार्टी नेता आशुतोष ने बुधवार को एक प्रेस कांफ़्रेंस कर पत्रकारों को दो चिट्ठियां दिखाईं.
उन्होंने कहा कि ये चिट्ठियां अरुण जेटली ने दिल्ली पुलिस को तब लिखी थीं जब वो राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे और इनमें डीडीसीए संबंधी जांच को बंद करने का आग्रह किया गया था.
आम आदमी पार्टी डीडीसीए अध्यक्ष के तौर पर अरुण जेटली के कार्यकाल में करोड़ों का घोटाला होने का आरोप लगाती है. जेटली एक दशक से ज़्यादा समय तक डीडीसीए के अध्यक्ष थे और 2013 में इस पद से हटे थे.
हालांकि जेटली सभी आरोपों से इनकार करते हैं और उन्होंने इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई नेताओं पर मानहानि का मुक़दमा किया है.
‘आप’ नेता आशुतोष ने 27 अक्टूबर 2012 और 5 मई 2012 को लिखी दो चिट्ठियां दिखाकर फिर जेटली को घेरने की कोशिश की.
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता के पद पर रहते हुए लिखी गई इन चिट्ठियों से पुलिस जांच में व्यवधान पैदा करने की कोशिश की गई.
आशुतोष ने कहा, “अरुण जेटली जी को संवैधानिक पद पर रहते हुए पद के दुरुपयोग करने, जांच में व्यवधान डालने और भ्रष्टाचारियों को बचाने के कारण पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.”
दिल्ली सरकार ने इस मामले में जांच के लिए एक आयोग बनाया है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी जेटली पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताती है.