लखनऊ। जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर शुक्रवार को मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव को एक बार फिर नसीहत दी। उन्होंने कहा, ‘अगर बड़ा नेता बनना है तो दूसरे राज्यों का भी दौरा करो।’ वहीं, मुलायम को बहुत देर तक बोलते देख अखिलेश बोले, ‘मुझे पीएम को रिसीव करने जाना है।’ इसके बाद उन्होंने भाषण रोक दिया। आगे पढ़िए, क्या है पूरा घटनाक्रम…
ये है पूरा घटनाक्रम
जनेश्वर मिश्रा की 6वीं जयंती पर जनेश्वर मिश्र पार्क में श्रृद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यहां मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव पहुंचे। दूसरी ओर मोदी का भी कार्यक्रम लखनऊ में है। सीएम को उन्हें रिसीव करने एयरपोर्ट जाना था। जब नेताजी भाषण देने के लिए उठे तो लगातार एक घंटे तक बोलते रहे। मुलायम, अखिलेश को बड़ा नेता बनने की नसीहत दे रहे थे। पीएम को रिसीव करने में हो रही देरी के लिए सीएम बार-बार घड़ी को देख रहे थे। नेताजी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे, तभी सीएम ने बगल में बैठे नारद राय से कहलवाया कि उन्हें पीएम को रिसीव करने जाना है। इसके बाद नेताजी के पीए ने उन्हें कान में सीएम की बात बताई। इसपर वह तुरंत बोले, हां बिल्कुल जाओ पीएम को रिसीव करने और तुरंत ही अपना भाषण रोक दिया। भाषण बंद होते ही वे तुरंत एयरपोर्ट के लिए निकल गए।
बड़ा नेता बनने के लिए अखिलेश को नसीहत
मुलायम ने अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि अगर बड़ा नेता बनना है तो दूसरे राज्यों का भी दौरा करना होगा। बिहार, मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में जाकर रैली करो। अब तो इतनी सुविधाएं हैं, हेलिकॉप्टर है आने-जाने के लिए। सपा को लोग क्षेत्रिय पार्टी समझते है। कार्यकर्ताओं से भी कहूंगा कि नारों से जोश मिलता है, लेकिन वोट नहीं। जब तक बूथ लेवल तक काम नहीं करोगे तो वोट नहीं मिलेंगे। बीजेपी ने केंद्र में सरकार बना ली, कभी किसी ने सोचा भी नहीं था। केवल अटलजी ही एक बड़े नेता थे।