रोशनी के बीच सभी ने लिया कोरोना को हराने का संकल्प, सीएम योगी ने भी जलाये दीये

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लखनऊ । कोरोना की जंग जीतने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अपील पर रविवार को पूरा प्रदेश दीपक से जगमगा उठा। रात नौ बजे से नौ मिनट तक सभी ने लाइट बंद रखकर दीपक, मोमबत्ती और टार्च जलाकर कोरोना को हराने का संकल्प लिया। वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दीपक जलाया एकता एवं बंधुत्व का संदेश दिया। उधर, वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ सामूहिक शक्ति के प्रदर्शन हेतु प्रधानमंत्री के आह्वान पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में अपने आवास की बिजली बंद कर दीप जलाये। वहीं, उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित भी पत्नी के साथ अपने शासकीय आवास पाचं माल एवेन्यू पर दीपक जलाकर इसका हिस्सा बने। जगमग रोशनी के बीच दीपोत्सव जैसी छटा निरखती दिखाई दी। कोरोना के अंधकार पर प्रहार करते हुए उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने पत्नी संग दीपक जलाए। वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपने सरकारी आवास पर रविवार रात दीप जलाए। ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने दीपक जलाकर कहा कि पीएम मोदी के आह्वान पर यह 130 करोड़ की सामूहिक शक्ति के प्रकाश का कोरोना के अंधकार पर प्रहार है। कोरोना के खिलाफ यह संकल्प का दीप है, यह एकजुटता की रोशनी है। उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने भी दीपक प्रज्वलित किए। कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही व डॉ महेंद्र सिंह जलशक्ति मंत्री ने अपने परिवार के साथ दीपक जलाए। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना व मुख्य सचिव आरके तिवारी ने परिवार संग अपने आवास पर दीप प्रज्वलित करते हुए कोरोना के अंधकार पर प्रहार किया। राममंदिर विवाद के मुस्लिम पक्षकर रहे इकबाल अंसारी ने भी पीएम मोदी की कोरोना से जंग में हिस्सा लिया। दीपक जलाकर उन्होंने कहा कि जिस देश में हम पैदा हुए हैं, वहां के संविधान को मानना हमारा फर्ज है। हम चाहते हैं कि हिंदू, मुस्लिम, सिख व ईसाई यह सब आपस में भाई-भाई हैं। हमने दीप पूरे देश के लिए जलाया है। पूरे देश की सलामती के लिए जलाया है। यहां हिंदू और मुस्लिम का भाईचारा हमेशा बना रहे। हमारा देश इतना तरक्की करे कि पूरे देश में भारत का नाम जाना जाए। अमूमन शहरों में दीया जलने के साथ ही दीपावली पर लोग बिजली की झालरें व बल्ब बहुतायत जलाते हैं। लेकिन सिर्फ दीया जलाकर लोगों ने उसकी रोशनी में उस समय की कल्पना को साकार किया, जब बिजली नहीं हुआ करती थी और लोग दीपावली का उत्सव मनाने थे। मन कामेश्वर उपवन घाट पर महंत देव्या गिरि ने दीपक जलाए। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने दीपक लगाए।