लखनऊ। सात अन्य जमातियों के कोरोना से संक्रमित होने के बाद राजधानी पुलिस ने पुराने लखनऊ के पांच इलाकों को सील कर दिया है। मेडिकल टीम, पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों के अलावा उन इलाकों में अब किसी को प्रवेश नहीं मिलेगा। जमातियों के अलग-अलग मस्जिदों में ठहरने के कारण पुलिस प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।
एडीसीपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, कैसरबाग के रहमानिया मस्जिद में जमात के लोग रुके थे। रविवार को सात जमातियों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद सुरक्षा के लिहाज से मस्जिद के आसपास के इलाके को सील किया गया है। नगर निगम की टीम इलाके को सैनिटाइज कर रही है। स्वास्थ्य विभाग को इनके संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेने के लिए कहा गया है। इसके अलावा तालकटोरा की लाल मस्जिद और पीरबख्श मस्जिद के इलाके को सील किया गया है। मस्जिद के चारों तरफ बेरिकेडिंग की गई है। इसके अतिरिक्त कैसरबाग के फूलबाग मस्जिद, वजीरगंज के मोहम्?मदी मस्जिद के आसपास के इलाके को सील कर लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए गए हैं। रविवार को जो सात लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं, उनके दो सहारनपुर, दो जयपुर और तीन असम के रहने वाले हैं।
हजारों लोगों के संपर्क में आने का शक
सदर कसाई बाड़ा में 12 लोगों के बाद अब सात अन्य जमातियों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद से सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट हो गई हैं। जमातियों के संपर्क में हजारों लोगों के आने की बात सामने आ रही है। सआदतगंज के एक मकान में भी कुछ जमाती ठहरे थे, जिसके बारे में पुलिस पता लगा रही है। मामले की गंभीरता और स्?थानीय लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने वह इलाका भी सील कर दिया है। लाउडस्पीकर के जरिए पुलिस लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने के लिए जागरूक कर रही है। पुलिस का कहना है कि जमातियों के संपर्क में आए लोग खुद सामने आकर अपनी जांच करा लें, जिससे संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को रोका जा सके। कसाई बाड़ा में जमातियों के संक्रमित होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मस्जिदों में सर्च अभियान चलाया था। इसके बाद दो अप्रैल को अलग-अलग इलाकों से इन जमातियों को पकड़ा गया था। एंबुलेंस के जरिए इन्हें बख्शी का तालाब के जीसीआरजी मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन किया गया था। पुलिस सातों जमातियों के यात्रा और उनके परिवार के बारे में पता लगा रही है।
कोरोना संक्रमित पाए गए सहारनपुर निवासी एक जमाती ने पूछताछ में बताया कि वह 19 मार्च को घर सेनिकला था। 20 मार्च को राजधानी पहुंचा। सबसे पहले वह अमीनाबाद की मरकज वाली मस्जिद में गया था। इसयके बेदन टोला स्थित मस्जिद और इंदारा मस्जिद होते हुए मोअज्जमनगर के मुहाबिया मस्जिद पहुंचा था। तब से वह मोअज्ज्ममनगर में ही रह रहा था। दो अप्रैल की रात में पुलिस ने 19 वर्षीय युवक को पकड़ा था। पड़ताल में पता चला है कि कोरोना वायरस से संक्रमित जयपुर निवासी जमाती दिल्ली से 12 फरवरी को लखनऊ आए थे। अमीनाबाद की मरकज वाली मस्जिद में ठहरने के बाद उदयगंज चौराहा हाजी बराती मस्जिद, नई बस्ती मस्जिद, तकिया मस्जिद गए थे। इसके बाद 22 मार्च को फूलबाग रहमानिया मस्जिद पहुंचे। वहां से तकियाातारा शाह मस्जिद गए थे, जहां पुलिस ने उन्हें पकड़कर बीकेटी भेज दिया था।