इलाहाबाद। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के रिक्त पदों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई है। असिस्टेन्ट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के 293 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन दस मार्च तक लिए जाएंगे। सामान्य और ओबीसी अभ्यर्थियों से 500 और एससी तथा एसटी अभ्यर्थियों से 200 रुपये फीस ली जाएगी। लगभग चार साल में इविवि की ओर से शिक्षक भर्ती के लिए तीसरी बार विज्ञापन निकाला गया है।
293 में 160 पद असिस्टेन्ट प्रोफेसर, 84 एसोसिएट प्रोफेसर और 49 पद प्रोफेसर के हैं। यह पद कला, विज्ञान, वाणिज्य, विधि संकाय के साथ ही इविवि से संबद्ध सेंटर और इंस्टीट्यूट के हैं। असिस्टेन्ट प्रोफेसर के 160 पदों में 84 पद अनारक्षित हैं जबकि 42 पद ओबीसी, 23 एसटी और 11 एसटी के लिए आरक्षित हैं। इसी तरह एसोसिएट प्रोफेसर के 84 पदों में 64 अनारक्षित हैं जबकि 13 एससी और सात एसटी के लिए आरक्षित हैं। प्रोफेसर के 49 पदों में 37 अनारक्षित हैं जबकि आठ एससी और चार एसटी के लिए आरक्षित हैं। इससे पूर्व फरवरी 2012 में 504 और फरवरी 2014 में बैकलॉक के लगभग 52 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था। जानकारों का कहना है कि इस नई भर्ती के शुरू होने के साथ ही फरवरी 2012 की भर्ती का अस्तित्व अब समाप्त हो गया। इस भर्ती में जिन लोगों ने आवेदन किए थे उनके आवेदन अब बेकार हो गए।
लिखित परीक्षा का भी है जिक्र
विज्ञापन के साथ दिए गए निर्देश में लिखा गया है कि यूजीसी रेगुलेशन 2010 यथा संशोधित 2013 के तहत चयन आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग के बाद इंटरव्यू के जरिए किया जाएगा। पूर्व के विज्ञापनों की तरह इस बार भी इंटरव्यू से पहले लिखित परीक्षा कराने का उल्लेख भी किया गया है। यह कहते हुए कि लिखित परीक्षा कराना सक्षम अधिकारी के विवेक पर निर्भर करेगा। यह महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इविवि के शोधार्थियों और अतिथि प्रवक्ताओं की ओर से असिस्टेन्ट प्रोफेसर की भर्ती लिखित परीक्षा से कराने की मांग की जा रही है। इस बारे में पिछले दिनों कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा गया था।
ऑफलाइन ही होगा आवेदन
पूर्व कुलपति प्रो. ए सत्यनारायन के कार्यकाल में हुई कार्य परिषद की बैठक में तय हुआ था कि शिक्षक भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। इविवि की ओर से ऑनलाइन आवेदन लेने के लिए एजेन्सी चयन करने को निविदा भी निकाली गई थी लेकिन नए कुलपति प्रो. आरएल हांगलू ने व्यवस्था बदल दी। पहले की तरह ऑफलाइन आवेदन ही लिए जाएंगे।
कम हो गई पदों की संख्या
चर्चा थी कि शिक्षकों के 500 से अधिक रिक्त पदों के लिए विज्ञापन निकाले जाएंगे लेकिन 293 पद ही विज्ञापित किए गए हैं। इसकी वजह किसी को समझ में नहीं आ रही है। फरवरी 2012 में 504 पदों के लिए विज्ञापन निकाले गए थे। 22 विभागों में 78 पदों पर भर्ती हुई। बचे हुए 426 पदों में से 18 विभागों के एससी, एसटी और ओबीसी के 52 पदों के लिए बैकलॉग का विज्ञापन फरवरी 2014 में निकाला गया था। इस प्रकार कुल 374 पद बचते हैं। 2012 से 2015 के बीच लगभग 80 शिक्षक सेवानिवृत हुए। इस प्रकार भी पदों की संख्या 450 से अधिक ही होनी चाहिए थी।