लखनऊ । केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शनिवार को यहां कहा कि दस्तकार, शिल्पकार, और परंपरागत उद्यमियों की सदियों पुरानी विरासत को अवसर दिलाने के लिए देश भर में हुनर हाट का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से न केवल रोजगार का सृजन हो रहा है बल्कि स्वदेशी उत्पादों के निर्माण और विपणन का मौका भी मिल रहा है।
श्री नकवी आज राजधानी लखनऊ में थे। यहां अवध शिल्पग्राम में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय की ओर से एक दस दिवसीय हुनर हाट का आयोजन हो रहा है, जिसका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज उद्घाटन किया।
इस अवसर पर हिन्दुस्थान समाचार से एक वार्ता में केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि देश के हर हिस्से में हुनर की मजबूत विरासत है। हुनर हाट के माध्यम से यह विरासत लोगों के सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि इस हुनर हाट में कारीगर न केवल अपने उत्पादों को बेचेंगें बल्कि यहां पर वे इसका उत्पादन भी करेंगे। इससे लोगों को उनका परिश्रम और कौशल भी दिखाई पड़ेगा। केन्द्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि हुनरमन्दों को मौका मिले। समाज के सभी वर्गों में ये हुनरमन्द मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री यह भी चाहते हैं कि विरासत को संजोने वाले इन कारीगरों को दुनिया के स्तर पर सामने लाया जाए, ताकि उन्हें बाजार मिल सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरुप केंद्र सरकार के प्रयासों से देश के परम्परागत दस्तकार अब बेहतर स्थिति में हैं और भारत के उत्पादों की पहचान दुनिया में बनी है। दस्तकारों की बदौलत देश के कुल निर्यात में भी इजाफा हुआ है । श्री नकवी ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में पूरे देश के विभिन्न शहरों में अब तक इस प्रकार के 16 हुनर हाट लगाये जा चुके हैं। इनमें 2000 से अधिक कारीगर शामिल हो चुके हैं। पिछले दिनों एक से दस नवम्बर तक प्रयागराज में भी हुनर हाट का आयोजन हुआ था। उन्होंने बताया कि लखनऊ के साथ हैदराबाद में भी आज हुनर हाट की शुरुआत हुई है। लखनऊ हुनर हाट का आयोजन 21 जनवरी तक चलेगा। इसमें विभिन्न राज्यों से आये 131 कारीगर हिस्सा ले रहे हैं। मंत्री ने बताया कि हुनर हाट का आयोजन आगे भी जारी रहेगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ हुनर हाट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर योगी ने कहा कि परम्परागत उद्योगों के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाए निहित हैं और अगर इसे शासन का सहयोग मिले तो निर्यात में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से 24 जनवरी 2018 को प्रदेश सरकार ने एक जिला एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) शुरु की थी। दो वर्षो के दौरान ही इस योजना के तहत परम्परागत कारीगरों ने महत्वपूर्ण कार्य किया और आज इसके पास एक बड़ा बाजार उपलब्ध है।
योगी ने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना के लागू होने के बाद प्रदेश का निर्यात बड़ी तेजी के साथ बढ़ा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 और 2019 में भारत के निर्यात में उप्र की हिस्सेदारी मात्र आठ फीसदी थी, लेकिन ओडीओपी योजना के लागू होने के एक साल के अंदर ही यह हिस्सेदारी बढ़कर 28 प्रतिशत तक पहुंच गयी है। उद्घाटन समारोह को प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने भी संबोधित किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव एसके देव बर्मन ने कहा कि हुनर हाट क्राफ्ट, क्यूजीन, कल्चर को एक मंच पर लाता है।
कार्यक्रम में मौलाना आजाद एकेडमी फाॅर स्किल्स के चेयरमैन आर. रहमान, प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्डन, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री मोहसिन रजा, जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव ओलख, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गैयूरुल हसन रिजवी सहित कई जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में उद्यमी उपस्थित थे।