एसएसपी ऑफिस के सामने गैंगरेप पीड़िता व माता-पिता ने खाया विषाक्त पदार्थ

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वाराणसी। एसएसपी ऑफिस के सामने गैंगरेप पीडि़ता व माता-पिता ने खाया विषाक्त पदार्थ वाराणसी में सोमवार को गैंगरेप पीडि़ता और माता पिता ने विषाक्त पदार्थ खाकर जान देने की कोशिश की। तीनों को गम्भीर हालत में जिला अस्पताल से बीएचयू के लिए रेफर कर दियाा है। कैंट थाना क्षेत्र की निवासी एक किशोरी ने पिछले दिनों रिपोर्ट दर्ज कराई कि कैंट स्टेशन पर तैनात सीनियर टीसी जमीर आलम, उत्कर्ष तिवारी और विशाल मौर्या फिल्म में काम दिलाने के बहाने उसे मुंबई ले गए। वहां से एक होटल ठहराया गया, जहां पहले से पांच लड़कियां और थीं। आरोप है कि सभी को नशे की दवा देकर दुराचार किया गया। वहां मौजूद एक महिला ने बताया कि सभी लड़कियों को देह व्यापार के लिए बेचा गया है।
किशोरी का कहना है कि वह किसी तरह भागकर मुंबई से वापस वाराणसी आई। इसके बाद वह पिता के साथ एसएसपी वाराणसी मिली। उनके आदेश पर कैंट थाने में तीन आरोपितों पर केस दर्ज हुआ। किशोरी ने तीनों आरोपितों पर अपने भाई की हत्या का भी आरोप लगाया है। केस दर्ज होने के बाद आरोपित टीसी करीब महीनेभर से फरार था, लेकिन कैंट स्टेशन पर उसे अब तक अनुपस्थित बताया जा रहा था।
मुख्य आरोपित कैंट स्टेशन पर तैनात सीनियर टीसी जमीर आलम को कैंट थाने की पुलिस ने बुधवार शाम पुलिस लाइन तिराहे से गिरफ्तार किया था। वह गाजीपुर जिले के धामूपुर गांव का मूल निवासी है। मामले के एक आरोपित को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि एक अभी फरार है। ये दोनों भी गाजीपुर के निवासी हैं।
किशोरी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराते ही भाई की लाश मिली
नवंबर में किशोरी के लापता होते ही परिवार वालों ने उत्कर्ष तिवारी और विशाल मौर्या के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कराने के अगले ही दिन किशोरी के भाई की लाश गंगा किनारे मिली। पुलिस ने इसे हादसा करार देते हुए कहा कि नहाते समय डूबने से मौत हुई। परिवार वालों ने इसे हत्या कहा लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। परिजन अधिकारियों से भी मिले और लाश की फ़ोटो दिखाते हुए कहा कि कोई जीन्स पैंट घड़ी पहनकर क्यों नहायेगा। परिजनों का इशारा अपहरण के आरोपियों की ओर था। इसके बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया।