लखनऊ ( छविनाथ यादव)। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर प्रदेश में बीते दो दिनों में हुए हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे किसी बहकावे में न आएं और शांति बनाए रखने में सरकार का पूर्ण सहयोग करें।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा कि कानून को हाथ में लेकर उपद्रव व हिंसा की छूट किसी को भी नहीं दी जा सकती है। नागरिकता संशोधन अधिनियम के मुद्दे पर गुमराह करके लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित करना देशद्रोही कृत्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि नागरिकता कानून किसी जाति, मत, मजहब के खिलाफ नहीं है बल्कि यह भारत के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षा की गारंटी देता है। इसके बाद भी इस प्रकार का हिंसक प्रदर्शन देश के कानून को नकारने जैसा है।
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि जहां भी सार्वजनिक संपत्ति को उपद्रवियों ने क्षति पहुंचायी है, उस संपत्ति की भरपाई, वीडियो फुटेज तथा अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिह्नित किए जा रहे उपद्रवियों की संपत्तियों को जब्त करके की जाए। उन्होंने कहा है कि अफवाहों में न पड़ें और उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं। प्रदेश में हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का दायित्व प्रदेश सरकार का है और उत्तर प्रदेश पुलिस हर व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने शांति बहाली की अपील करते हुए पुलिस प्रशासन को नागरिकता संशोधन अधिनियम पर अफवाह फैलाकर लोगों को गुमराह करने और हिंसा फैलाने वाले तत्वों को ढूंढ निकालने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से की मुलाकात
इस बीच मुख्यमंत्री ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के मुद्दे को लेकर शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को प्रदेश के मौजूदा हालात के संबंध में अवगत कराया है ।