नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज ने मंगलवार को टी-20 अंतरराष्ट्रीय से संन्यास की घोषणा की। मिताली ने कहा, ’2006 से टी-20 में भारत का प्रतिनिधित्व करने के बाद मैं इस फॉर्मेट से संन्यास लेती हूं। इससे 2021 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की तैयारियों पर ध्यान दे सकूंगी।” मिताली ने महिला टी-20 में भारत की ओर से 89 मैच में सबसे ज्यादा 2364 रन बनाए हैं।
देश के लिए वर्ल्ड कप जीतने का सपना अभी अधूरा- मिताली
मिताली ने कहा- देश के लिए वर्ल्ड कप जीतने का मेरा सपना अभी अधूरा है और मैं इसमें अपना बेहतर देना चाहती हूं। मैं बीसीसीआई का धन्यवाद करना चाहती हूं कि उन्होंने मुझे लगातार सहयोग दिया। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली अगली सीरीज के लिए भारतीय टी-20 टीम को शुभकामनाएं देती हूं।ट
मिताली ने 32 टी-20 मैचों में कप्तानी की
मिताली राज टी-20 में भारत महिला टीम की पहली कप्तान थीं। यह मैच 2006 में डर्बी में खेला गया था। उन्होंने 32 टी-20 मैंचों में भारत का नेतृत्व किया था। इसमें 2012, 2014 और 2016 में आयोजित टी-20 महिला वर्ल्ड कप शामिल हैं। मिताली टी-20 में 2000 का आंकड़ा छूनेवाली पहली भारतीय महिला हैं। उन्होंने 2016 में आखिरी बार टीम का नेतृत्व किया था।
मिताली-हरमनप्रीत विवाद
पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में टीम प्रबंधन और हरमनप्रीत ने मिताली को नहीं खिलाने का फैसला किया था। भारतीय टीम वह मैच हार गई थी। इसे लेकर काफी विवाद हुआ था। मिताली ने टूर्नामेंट में लगातार दो अर्धशतक लगाए थे। फिर भी उन्हें अंतिम एकादश से बाहर रखा गया। बाद में भारत वह मुकाबला भी हार गया था। मिताली ने तत्कालीन कोच रमेश पोवार की सीओए से शिकायत भी की थी। नतीजन रमेश पोवार का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू नहीं किया गया। उनकी जगह डब्ल्यूवी रमन को कोच बनाया गया था।