लखनऊ। राजधानी लखनऊ में सचिवालय की सर्वाधिक सुरक्षित इमारत ‘लोक भवन’ में आक्सीजन की कमी है। मामला संज्ञान में आने के बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एक टीम ने शुक्रवार को लोक भवन का निरीक्षण किया और भवन के कमरों में आक्सीजन की कमी को महसूस किया।
उत्तर प्रदेश सचिवालय की नवनिर्मित इमारत लोक भवन में आक्सीजन की कमी को लेकर यहां काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारी कई दिनों से आवाज उठा रहे थे। बाद में सचिवालय कर्मचारी संघ ने इस मुद्दे को अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन महेश गुप्ता के सामने एक बैठक के दौरान रखा।
मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य सचिव सचिवालय प्रशासन ने समस्या के निराकरण के लिए एक कमेटी बनाई, जिसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, स्वास्थ्य और लोक निर्माण समेत कई विभागों के अधिकारियों को नामित किया।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व कमेटी के सदस्यों ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों के साथ आज दिन में लोक भवन का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के अधिकारियों ने भी महसूस किया कि लोकभवन के कई कक्षों में आक्सीजन की कमी है। प्रदूषण बोर्ड की टीम इस संबंध में अब एक विस्तृत रिपोर्ट शासन को देगी। इसके बाद राज्य संपत्ति विभाग आवश्यक कार्यवाही करेगा।
सूत्रों का कहना है कि लोक भवन में आक्सीजन की कमी का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भी संज्ञान में आ गया है। उन्होंने भी इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को इस समस्या को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
लोक भवन पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार के दौरान बना था। वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य सचिव के अलावा गृह और सूचना समेत महत्वपूर्ण विभागों के प्रमुख सचिवों के कार्यालय इस भवन में स्थित हैं।