“समाजविवादी दंगल”
लखनऊ। समाजवादी पार्टी का झगड़ा शुक्रवार को खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया। एक ओर मुलायम सिंह ने सख्त तेवर दिखाते हुए अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव को पार्टी से 6 साल के लिए बर्खास्त कर दिया। मुलायम सिंह ने कहा, अब अखिलेश का भविष्य ख़त्म हो गया। इससे पहले उन्होंने अखिलेश यादव को कैंडिडेट लिस्ट जारी करने और राम गोपाल को पार्टी विरोधी बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस भी दिया। मुलायम ने पार्टी चीफ की हैसियत से अखिलेश से यह भी पूछा कि उन्होंने किस अधिकार से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ लिस्ट जारी किया? उधर, राम गोपाल ने पार्टी की राष्ट्रीय प्रतिनिधि की 1 जनवरी को आपात बैठक बुलाते हुए साफ़ किया कि अखिलेश खेमा अब समझौते के मूड में नहीं है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 403 सीटों के लिए 235 कैंडिडेट्स की जो लिस्ट जारी की है वह अंतिम है।
पार्टी चीफ के अलावा किसी को भी राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का हक़ नहीं
शुक्रवार शाम को शिवपाल यादव के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुलायम ने कहा कि पार्टी चीफ के अलावा किसी को (रामगोपाल) राष्ट्रीय प्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाने का हक़ नहीं है। अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए नेताजी ने कहा, “रामगोपाल ने पार्टी को कमजोर किया है इसके लिए उन्हें छह साल के लिए पार्टी से बर्खास्त किया जाता है।” हालांकि अखिलेश को लेकर उन्होंने कुछ नहीं किया। उधर, शो काज नोटिस को लेकर रामगोपाल ने कहा, बयानों के लिए तो नोटिस मिलते रहते हैं इसमें नया क्या है?
बता दें कि इनमें अखिलेश की लिस्ट में उन सभी मंत्रियों और विधायकों के नाम हैं, जिनका बुधवार को मुलायम सिंह द्वारा घोषित अनाउंसमेंट में टिकट काट दिया गया था। अखिलेश की लिस्ट में पवन पांडेय, इंदल रावत, अरविंद सिंह गोप, अतुल प्रधान, बृज लाल सोनकर, राम गोविन्द चौधरी के नाम प्रमुखता से शामिल हैं। अखिलेश की लिस्ट में अतीक अहमद, रामपाल यादव, अमरमणि त्रिपाठी, शादाब फातिमा, नारद राय, ओपी सिंह के नाम नहीं हैं। ये सभी नेता शिवपाल के समर्थक हैं। अखिलेश इन नामों पर पहले भी आपत्ति दर्ज कर चुके हैं।
– अखिलेश यादव के घर के बाहर कार्यकर्ताओं की भीड़ जुट गई है। यहां नारेबाजी शुरू हो गई है।
– अखिलेश यादव ने अपने आवास पर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है।
– मुलायम ने कहा, “रामगोपाल यादव को पत्र लिखकर पूछा कि आपने राष्ट्रीय अधिवेशन कैसे बुला लिया। बिना मुझसे पूछे आपने ऐसा किया। पिछले कई दिनों से आपने अनुशासनहीनता के कई ऐसे काम किए हैं।”
रामगोपाल ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया- मुलायम
– “रामगोपाल ने ना केवल अनुशासनहीनता की, बल्कि उन्होंने पार्टी को कमजोर करने और नुकसान पहुंचाने का काम किया।”
– मुलायम बोले, “मैंने दौरे किए, मीटिंग की, ट्रैक्टर पर चला, साइकिल पर चला और 11 महीने में पार्टी खड़ी की। और, आप मुझसे पूछते भी नहीं।”
– “पार्टी को बचाने के लिए अखिलेश यादव और राम गोपाल यादव को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है।”
समझ नहीं रहे हैं मुख्यमंत्री- मुलायम
– हम ये कह रहे हैं कि प्रो. रामगोपाल ने जो किया है, वो पूरी तरह असंवैधानिक है।
– अखिलेश मुझसे भी राय नहीं ले रहे हैं। रामगोपाल अखिलेश का भविष्य खत्म कर रहे हैं। ये मुख्यमंत्री समझ नहीं पा रहा है।
इस पर विचार करेंगे और क्या कड़ी सजा दें
– मुलायम ने बोला, “हम इस बात पर विचार करेंगे कि इन्हें और कड़ी सजा क्या दी जाए।’
– “पार्टी के कार्यकर्ताओं, नेताओं, विधायकों से अपील है कि इसमें शामिल ना हों। हम नहीं चाहते कि किसी के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं।’
बिना पूछे बुला लिया राष्ट्रीय अधिवेशन
– मुलायम ने कहा, “राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष का है। हमें पूछा नहीं और ना ही बताया। हमें तो मीडिया से पता चला।’
– “ये जनरल सेक्रेटरी बने बैठे हैं और आदेश करते हैं। दूसरा कोई काम नहीं करते हैं। अधिवेशन बुलाने का अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष का है, वो मैं हूं।’
रामगोपाल ने अखिलेश को गुटबाजी मेें फंसाया
– मुलायम बोले, “जो मुख्यमंत्री हैं, वो नहीं समझ रहे हैं। ये मुख्यमंत्री का भविष्य ही खत्म कर रहे हैं।’
– “रामगोपाल यादव ने सीएम को गुटबाजी में फंसा दिया। सीएम समझ नहीं रहे हैं, सीएम तो निर्विवाद छवि वाला होता है।’