मुंबई: हेमा उपाध्याय हत्याकांड में बनारस से पकड़े गये एक शख्स का नाम शिव कुमार उर्फ साधू बताया जा रहा है। ये बनारस के बड़गांव इलाके का रहने वाला है। इसके पास से कई एटीएम कार्ट, शॉपर कार्ड की बरामदगी हुई है। दोनों आरोपियों को यूपी एसटीएफ और मुंबई पुलिस के ज्वांइट ऑपरेशन में पकड़ा गया है।
मुंबई में हेमा उनके वकील हर्ष भंबानी का शव मिला था। ये दोनों शव शनिवार रात मुंबई के पश्चिमी उपनगर कांदिवली के एक नाले से मिले थे। दोनों के शव गत्तों के डिब्बों में मिले थे, जिन्हें प्लास्टिक में बांधा गया था।
सफेद प्लास्टिक में रैप कर शव नाले में फेंका
मुंबई पुलिस के डीसीपी विक्रम देशमाने के मुताबिक, ‘नाले में शाम 7 बजे के करीब में दो लाशें मिली थी। पुलिस को शक है कि कातिल ने दोनों की हत्या के बाद लाश को सफेद प्लास्टिक में रैप कर नाले में फेंक दिया था। उन्होंने बताया, ‘दोनों शवों पर चोट के निशान हैं, बाकी की बातें पोस्टमॉर्टम के बाद साफ हो पाएंगी। पुलिस इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
परिजनों ने दर्ज करायी थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक, 11 दिसंबर की शाम साढ़े 6.30 बजे हर्ष अपनी कार से हेमा के अंधेरी वाले स्टूडियो गए थे। रात में दोनों वहां से निकले, लेकिन फिर घर नहीं पहुंचे। दोनों के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
हेमा का आरोप
साल 2013 में हेमा ने अपने पति चिंतन के ख़िलाफ़ उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था। इस केस में हर्ष उनके वकील थे। हेमा का आरोप था कि उनके पति और मशहूर कलाकार चिंतन ने उनके कमरे की दीवारों पर अश्लील तस्वीरें बनाई थीं।