काशी को भारत के बड़े एक्‍सपोर्ट हब के रूप में किया जायेगा विकसित : PM मोदी

0
537

वाराणसी। PM नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संकट काल में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को आत्म निर्भर बनाने और निर्यात का बड़ा Hub बनाने के लिए युवाओं और किसानों से सहयोग का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि काशी को एक नए केंद्र के रूप में देखना चाहते हैं। काशी को भारत के बड़े Export hub के रूप में विकसित करने का उन्होंने भरोसा भी दिया।
PM गुरुवार को वाराणसी की सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों से vedio कांफ्रेंसिंग के जरिए संवाद कर रहे थे। लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद करने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधियों से उनके सेवा कार्यों और अनुभव को भी PM ने सुना। PM ने इन संस्थाओं का आभार जताते हुए कहा कि सेवा करने वाला सेवा का फल नहीं मांगता, वह दूसरों की निस्‍वार्थ सेवा करता है। PMने लोगों की सेवा भाव को अपने लिए प्रेरणाश्रोत बताते हुए कहा कि कोरोना के इस संकट काल में भी हमारी काशी उम्मीद और उत्साह से भरी हुई है। ये सही है कि लोग बाबा विश्वनाथ धाम नहीं जा पा रहे। यह भी सही है कि मानस मंदिर, दुर्गाकुंड, संकटमोचन में सावन का मेला नहीं लग पा रहा है। लेकिन यह भी सही है कि हमारी काशी ने इस अभूतपूर्व संकट का डटकर मुकाबला किया है।

PM ने कहा कि इस संकट के समय हमने देखा है कि आगे बढ़कर एक दूसरे की मदद की है। इसी एकजुटता, इसी सामयिकता ने हमारी काशी को और भव्य बना दिया है। PM ने कहा कि इतने कम समय में फूड हेल्पलाइन और कम्यूनिटी किचन का व्यापक network तैयार करना, helpline विकसित करना, डेटा साइंस की मदद लेना, वाराणसी smart city के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का भरपूर इस्तेमाल करना गरीबों की मदद के लिए पूरी क्षमता से काम करना बड़ी बात है। हमारा सौभाग्य है कि गरीबों की सेवा का माध्यम भगवान ने हमें बनाया। PM ने संत कबीर दास के एक दोहे का उल्लेख कर कहा कि ‘सेवक फल मांगे नहीं, सेव करे दिन रात।’ सेवा करने वाला सेवा का फल नहीं मांगता, दिन रात निःस्वार्थ भाव से सेवा करता है! दूसरों की निस्वार्थ सेवा ही हमारा संस्कार हैं। यहां संस्कार और सेवा भाव मुश्किल समय में देशवासियों के काम आ रहा है।
PM ने 100 साल पहले देश में आई महामारी और तब देश पर आये संकट को बताया। कोरोना का जिक्र कर उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी आई, तो दुनिया भर के लोग भारत को लेकर डरे हुए थे। इतनी आबादी, इतनी चुनौतियां लोग भारत पर सवाल खड़े कर रहे थे। इसमें भी 23-24 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश को लेकर तो शंकाएं-आशंकाएं और भी ज्यादा थीं लेकिन जन सहयोग, लोगों के परिश्रम, पराक्रम ने सारी आशंकाओं को खारिज कर दिया। PM ने कहा कि UP के समान जनसंख्या वाले ब्राजील जैसे देश में कोरोना के कारण लगभग 65 हजार लोगों की मौत हुई है जबकि प्रदेश में लगभग 800 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। यह बताता है कि राज्य में कई लोगों की जान बचाई गई है।
केन्द्र सरकार 30 november तक लोगों को मु्फ्त देगी राशन
कोरोना संकट काल में PM नरेन्द्र मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को भरोसा दिया है कि 30 november तक सरकार उनके लिए free राशन की व्यवस्था करेगी। त्यौहारों में भी देखवासियों को खाने पीने के संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। खाना पकाने के लिए उज्‍जवला योजना में लोगों को मुफ्त में गैस उपलब्‍ध कराया जा रहा है। PM ने बताया कि जन-धन खाते में हजारों करोड़ रुपये जमा कराना हो या फिर गरीबों, श्रमिकों के रोजगार की चिंता, छोटे उद्योगों को, रेहड़ी-ठेला लगाने वालों को, easy loan उपलब्ध कराना हो या खेती, पशुपालन, मछलीपालन और दूसरे कामों के लिए ऐतिहासिक फैसले, सरकार ने लगातार काम किया है।
PM ने वाराणसी में चल रहे विकास कार्यों को बताया
PM ने संवाद के दौरान वाराणसी में चल रहे विकास कार्यों और पिछले दिनों इसको लेकर हुई virtual बैठक का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि इस समय काशी में लगभग 8 हजार करोड़ रुपए के अलग-अलग projects पर कार्य तेजी से चल रहा है। जब conditions normal होंगी तो काशी में पुरानी रौनक भी उतनी ही तेजी से लौटेगी। इसके लिए हमें अभी से तैयारी करनी होगी। सरकार के हाल के फैसलों के बाद यहां की साड़ियां, यहां के दूसरे हस्तशिल्प के लिए, यहां के डेयरी, मत्स्य पालन और मधुमखी पालन के व्यवसाय के लिए नई संभावनाओं के द्वार खुलेंगे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान बताया कि वाराणसी में संक्रमण को रोकने के लिए कौन क्या कदम उठा रहा है, hospitals की स्थिति क्या है, कहां क्या व्यवस्थाएं की जा रही हैं, क्वारंटीन को लेकर क्या हो रहा है, बाहर से आए श्रमिक साथियों के लिए क्या प्रबंध हो रहे हैं, ये सारी जानकारियां मुझे मिल रही थीं।
काशी की प्राचीन कहावत का भी किया जिक्र
PM ने काशी में प्रचलित मान्यताओं का भी जिक्र कर लोगों के दिल को छू लिया। उन्होंने कहा कि हमारी काशी में बाबा विश्वनाथ और मां अन्नपूर्णा दोनों विराजते हैं। पुरानी मान्यता है कि एक समय महादेव ने खुद मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी। तभी से काशी पर ये विशेष आशीर्वाद रहा है कि यहां कोई भूखा नहीं सोएगा, मां अन्नपूर्णा और बाबा विश्वनाथ सबके खाने का इंतजाम कर देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सावन का महीना चल रहा है, ऐसे में बाबा के चरणों में आने का मन हर किसी का करता है। लेकिन जब बाबा की नगरी के लोगों से रूबरू होने का मौका मिला है तो ऐसा लगता है कि आज मेरे लिए एक दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। PM मोदी ने कहा कि कितनी भी बड़ी आपदा क्यों न हो, काशी के लोगों की जीवटता का कोई मुकाबला नहीं कर सकता। जो शहर दुनिया को गति देता हो, उसके सामने कोरोना क्या चीज है। इसके पहले प्रधानमंत्री ने हर-हर महादेव के उदघोष और हमेशा की तरह भोजपुरी भाषा में अपने सम्बोधन का शुरूआत किया।
Singal use plastic से मुक्ति का दिया Massage
PM ने संवाद के दौरान single use plastic से मुक्ति का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि एक बात हमें बार-बार करनी है, हर किसी से करनी है, खुद से भी करनी है। हम single use plastic से मुक्ति चाहते हैं। रास्तों पर थूकने की हमें आदत बदलनी पड़ेगी। कोरोना संकट काल में 2 गज की दूरी, गमछा या फेस मास्क और हाथ धोने की आदत को हमें संस्कार बनाना है।
सोनार की कथा सुनाकर लोगों को उपकार के लिए किया प्रेरित
PM ने संवाद के दौरान एक सोनार की कथा का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सोनार महादेय अपने कार्यों के अलावा hospitals में भर्ती लोगों में नियमित दातून बांटते थे। इससे उनकी स्वीकार्यता लोगों में बढ़ी और उनका व्यापार भी बढ़ा।
PM से संवाद करने वालों में ये रहे शामिल
PM से संवाद करने वालों में गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट के गंगाधर उपाध्याय, National roti bank की पूनम सिंह, संपूर्ण सिंधी समाज, सिगरा के सुरेंद्र लालवानी, समाजसेवी अनवर अहमद, एचडीएफसी बैैंक के मनोज टंडन शामिल रहे। संवाद के लिए कमिश्नरी सभागार, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय और कलेक्ट्रेट में 33-33 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम की शुरुआत के पहले भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने PM नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया और लॉकडाउन में पार्टी संगठन के सेवा कार्यों को बताया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here