लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 28 सीटों के चुनाव में आज सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए 23 सीटों पर कब्जा कर लिया और आठ सीटों पर पहले ही निर्विरोध विजय प्राप्त कर चुकी इस पार्टी को अब उच्च सदन में भी बहुमत हासिल हो गया।
इन चुनाव नतीजों से विपक्षी दलों को करारा झटका लगा है। मुख्य विपक्षी दल बसपा को जहां मात्र दो सीटें मिलीं वहीं, भाजपा खाता भी नहीं खोल सकी। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों में से सपा के आठ प्रत्याशी गत 18 फरवरी को ही निर्विरोध घोषित किए गए थे। बाकी बची 28 सीटों के लिए गत तीन मार्च को हुए चुनाव के घोषित परिणामों के अनुसार सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में पार्टी प्रत्याशी राकेश यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राजेश सिंह को पराजित किया। वहीं, बदायूं में सपा उम्मीदवार बनवारी सिंह यादव ने भाजपा के जितेन्द्र यादव को हराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में निर्दलीय प्रत्याशी माफिया डॉन बृजेश सिंह ने सपा प्रत्याशी मीना सिंह को पराजित किया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चुनाव क्षेत्र रायबरेली में पार्टी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने जीत हासिल की। बसपा को जौनपुर और सहारनपुर सीटों पर कामयाबी हासिल हुई। जौनपुर में उसके प्रत्याशी बृजेश सिंह उर्फ पिं्रसू और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीट पर महमूद अली ने चुनाव जीता। इसके साथ ही सत्तारूढ़ सपा को 100 सदस्ईय विधान परिषद में भी बहुमत हासिल हो गया है। इस चुनाव से पहले सदन में सपा के 27 सदस्य थे। सपा के आठ प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध घोषित हुए थे। अब सपा ने चुनाव में 23 सीटें और जीत ली हैं। इस तरह उच्च सदन में उसके सदस्यों की संख्या 58 हो गई है। कभी विधान परिषद में बहुमत रखने वाली बसपा इस चुनाव में दो सीटें हासिल कर सकी। अब उच्च सदन में उसके सिर्फ 16 सदस्य ही रह गए हैं। भाजपा का एक भी प्रत्याशी विधान परिषद चुनाव में कामयाब नहीं हो सका। उच्च सदन में अब उसे पास सात सदस्य हैं। रायबरेली में दिनेश सिंह के दोबारा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के सदस्यों की संख्या फिर दो हो गई है। इसके अलावा सदन में शिक्षक दल के पांच, निर्दलीय समूह के छह तथा राष्ट्रीय लोकदल का एक सदस्य है, जबकि पांच सीटें रिक्त हैं। गोरखपुर-महराजगंज सीट पर सपा के बागी प्रत्याशी सी. पी. चंद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के जे. पी. यादव को हराया। जिलाधिकारी ओ. एन. सिंह के मुताबिक चूंकि तकनीकी कारणों से चुनाव आयोग ने चंद को ही सपा प्रत्याशी माना था इसलिए यह सीट भी सपा के खाते में ही गिनी जाएगी। खीरी सीट पर सपा प्रत्याशी शशांक यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के हितेन्द्र वर्मा को पराजित किया। वहीं, बलिया में सपा उम्मीदवार रविशंकर सिंह ने भाजपा के अनूप सिंह को हराया। रामपुर-बरेली में भी सपा के घनश्याम लोधी ने भाजपा के पी. पी. पटेल को हराया।
इन चुनाव नतीजों से विपक्षी दलों को करारा झटका लगा है। मुख्य विपक्षी दल बसपा को जहां मात्र दो सीटें मिलीं वहीं, भाजपा खाता भी नहीं खोल सकी। स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटों में से सपा के आठ प्रत्याशी गत 18 फरवरी को ही निर्विरोध घोषित किए गए थे। बाकी बची 28 सीटों के लिए गत तीन मार्च को हुए चुनाव के घोषित परिणामों के अनुसार सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र आजमगढ़ में पार्टी प्रत्याशी राकेश यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राजेश सिंह को पराजित किया। वहीं, बदायूं में सपा उम्मीदवार बनवारी सिंह यादव ने भाजपा के जितेन्द्र यादव को हराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में निर्दलीय प्रत्याशी माफिया डॉन बृजेश सिंह ने सपा प्रत्याशी मीना सिंह को पराजित किया। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के चुनाव क्षेत्र रायबरेली में पार्टी प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह ने जीत हासिल की। बसपा को जौनपुर और सहारनपुर सीटों पर कामयाबी हासिल हुई। जौनपुर में उसके प्रत्याशी बृजेश सिंह उर्फ पिं्रसू और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर सीट पर महमूद अली ने चुनाव जीता। इसके साथ ही सत्तारूढ़ सपा को 100 सदस्ईय विधान परिषद में भी बहुमत हासिल हो गया है। इस चुनाव से पहले सदन में सपा के 27 सदस्य थे। सपा के आठ प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध घोषित हुए थे। अब सपा ने चुनाव में 23 सीटें और जीत ली हैं। इस तरह उच्च सदन में उसके सदस्यों की संख्या 58 हो गई है। कभी विधान परिषद में बहुमत रखने वाली बसपा इस चुनाव में दो सीटें हासिल कर सकी। अब उच्च सदन में उसके सिर्फ 16 सदस्य ही रह गए हैं। भाजपा का एक भी प्रत्याशी विधान परिषद चुनाव में कामयाब नहीं हो सका। उच्च सदन में अब उसे पास सात सदस्य हैं। रायबरेली में दिनेश सिंह के दोबारा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के सदस्यों की संख्या फिर दो हो गई है। इसके अलावा सदन में शिक्षक दल के पांच, निर्दलीय समूह के छह तथा राष्ट्रीय लोकदल का एक सदस्य है, जबकि पांच सीटें रिक्त हैं। गोरखपुर-महराजगंज सीट पर सपा के बागी प्रत्याशी सी. पी. चंद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के जे. पी. यादव को हराया। जिलाधिकारी ओ. एन. सिंह के मुताबिक चूंकि तकनीकी कारणों से चुनाव आयोग ने चंद को ही सपा प्रत्याशी माना था इसलिए यह सीट भी सपा के खाते में ही गिनी जाएगी। खीरी सीट पर सपा प्रत्याशी शशांक यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के हितेन्द्र वर्मा को पराजित किया। वहीं, बलिया में सपा उम्मीदवार रविशंकर सिंह ने भाजपा के अनूप सिंह को हराया। रामपुर-बरेली में भी सपा के घनश्याम लोधी ने भाजपा के पी. पी. पटेल को हराया।